रांची में डॉ. रामदयाल मुंडा की जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन, पारंपारिक नृत्य से बांधा समां
रांची के ऑड्रे हाउस में डॉ. रामदयाल मुंडा की जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान सबसे पहले रामदयाल मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. जिसके बाद पद्मश्री मुकुंद नायक, पद्मश्री मधु मंसूरी हसमुख ने पारंपारिक नृत्य की प्रस्तुति दी.
Ranchi news: पद्मश्री डॉ. रामदयाल मुंडा जी की जयंती के अवसर पर मंगलवार को सांस्कृतिक कार्य निदेशालय, पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवम युवा कार्य विभाग द्वारा संगोष्ठी सह सांस्कृतिक कार्यक्रम का ऑड्रे हाउस रांची में आयोजन किया गया. पद्मश्री मुकुंद नायक, पद्मश्री मधु मंसूरी हसमुख तथा श्री महावीर नायक के द्वारा रामदयाल मुंडा जी के व्यक्तित्व और उनके जीवन का अनुसरणीय कार्यों पर प्रकाश डाला गया.
डॉ. रामदयाल मुंडा जी के “नाची से बाची” झारखंड का जीवन दर्शन है, इस पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रृंखला में मांदर सम्राट श्री मनपुरन नायक की दल द्वारा मांदर और बांसुरी की आकर्षक ताल नृत्य की प्रस्तुति विशेष आकर्षण रहा. श्री झिरगा भगत दल द्वारा उरांव नृत्य, श्री सुखराम पाहन दल द्वारा मुंडारी गीत नृत्य, श्री अनुरोध पातर दल द्वारा मुंडारी नृत्य, श्री राजेंद्र अहीर दल द्वारा पंचपरगणिया गीत संगीत की प्रस्तुति की गई. डा. सरस्वती गगराई द्वारा मंच संचालन किया गया. आयोजन के दौरान कलाप्रेमी और निदेशालय के पदाधिकारी, कर्मीगण उपस्थित रहें.
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वहीं, डॉ. रामदयाल मुंडा जी की जयंती पर मोरहाबादी में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. आदिवासी मूलनिवासी जनाधिकार मंच के अध्यक्ष राजू महतो ने कहा कि डा. रामदयाल मुंडा झारखंड के ही नहीं, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विद्वान प्रधान थे. इसके साथ ही भारत मुंडा समाज के पदाधिकारियों ने मोरहाबादी स्थित पार्क में माल्यार्पण किया गया. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने श्रद्धांजलि दी. वहीं, केंद्रीय सरना समिति ने भी श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर केंद्रीय अध्यक्ष फूलदेव तिर्की, संजय तिर्की, सत्यानाराण लकड़ा आदि लोग मौजूद थे.
पार्क में किया गया पौधारोपण
रांची नगर निगम ने भी डॉ. रामदयाल मुंडा पार्क में 50 सखुआ के पौधे लगाए गये. इस अवसर पर अपना नगर आयुक्त कुंवर सिंह पाहन मौजूद थे.