रांची: रांची सर्किल के सीमा शुल्क के अधिकारियों ने गुरुवार को रामगढ़-रांची रोड में पुंदाग टोल प्लाजा के पास बस की तलाशी ली. इस दौरान भारतीय के साथ-साथ विदेशी मूल की 4400 पैकेट सिगरेट जब्त की गयी. इसकी कीमत करीब 2 लाख 45 हजार रुपए बतायी जा रही है. अधिकारियों की मानें, तो विदेशी मूल की सिगरेटों को तस्करी कर भारत लाया गया है. सीमा शुल्क के अधिकारियों ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है और यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि इस तस्करी में कौन-कौन शामिल हैं.
800 पैकेट विदेशी मूल की सिगरेट जब्त
सीमा शुल्क (सीमा शुल्क, आयुक्तालय पटना) के अधिकारियों ने आरा से रांची जा रही बस की तलाशी के दौरान रामगढ़-रांची रोड में पुंदाग टोल प्लाजा के समीप अवैध रूप से तस्करी कर भारतीय सीमा में लायी गयी विदेशी मूल की सिगरेट को जब्त किया. इसे बिना किसी कागजात के ले जाया जा रहा था. जब्त की गयी विदेशी मूल की सिगरेटों की कुल संख्या 800 पैकेट (9600 पीस) है. इसके अलावा जब्त भारतीय मूल की सिगरेटों की संख्या 3600 पैकेट (36000 पीस) है. अधिकारियों की मानें, तो जब्त सिगरेटों की कीमत करीब 2 लाख 45 हजार रुपए है.
भारत में प्रतिबंधित है ये सिगरेट
भारत सरकार द्वारा विदेशी मूल की सिगरेट का आयात विभिन्न नियमों के पालन किए बिना लाना प्रतिबंधित है. अधिकारियों ने जानकारी दी कि जब्त सिगरेट तंबाकू उत्पाद नियमों के मुताबिक नहीं थी और इन्हें भारत में तस्करी कर लाया गया था. अधिकारियों ने बताया कि ये मिथक है कि विदेशी मूल की सिगरेट बेहतर होती है. युवा उपभोक्ताओं के बीच इनकी अधिक मांग है. उपभोक्ता के लिए इन तस्करी वाली सिगरेटों की कीमत कम होती है. सीमा शुल्क और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का भुगतान किए बगैर यह तस्करी कर देश में लायी जाती है.
प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी को रोकने का निर्देश
चुनाव आयोग ने पिछले दिनों पटना में आयोजित बैठक में निर्देश दिया गया था कि प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई को तेज की जाए. सीमा शुल्क के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि मामले की छानबीन की जा रही है और यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि इसकी तस्करी में कौन-कौन लोग शामिल हैं. ये कार्रवाई सीमा शुल्क (निवारण) पटना के आयुक्त डॉ यशोवर्धन पाठक के निर्देश पर पटना प्रमंडल के सहायक आयुक्त राघवेंद्र शाह के नेतृत्व में की गयी. इसमें निरीक्षक जितेन्द्र मंडल ने मुख्य भूमिका निभायी. आयुक्त बताया कि बिहार एवं झारखंड के इलाकों में इसकी बिक्री की सूचना है. इसे रोकने के लिए पटना कस्टम्स पूरी तरह सक्षम और मुस्तैद है. आने वाले समय में तस्करी निरोधी अभियान और तेज किया जाएगा.