कॉमनवेल्थ गेम्स में परचम लहराने वाले झारखंड के खिलाड़ियों ने पुरस्कार लेने से किया इनकार, जानें वजह
कॉमनवेल्थ गेम्स देश का नाम रोशन करने वाले झारखंड लॉन बॉल के खिलाड़ियों ने सम्मान राशि लेने से मना कर दिया. सभी खिलाड़ियों ने सरकार से सम्मान राशि में वृद्धि करने का आग्रह किया है. उन्होंने इसके लिए दूसरे राज्यों का हवाला दिया है.
रांची : कॉमनवेल्थ गेम्स के लॉनबॉल में स्वर्ण और रजत पदक विजेता खिलाड़ियों ने झारखंड सरकार से बतौर पुरस्कार राशि 10 लाख और सात लाख रुपये लेने से इनकार कर दिया है. इन खिलाड़ियों ने सम्मान राशि के लिए मांगे जाने के बाद भी आवेदन नहीं दिया है. खिलाड़ी रूपारानी तिर्की, लवली चौबे, दिनेश कुमार, सुनील बहादुर और चंदन सिंह ने सीएम से सम्मान राशि में वृद्धि करने का आग्रह किया है.
इस बारे में झारखंड बॉलिंग एसोसिएशन के महासचिव मधुकांत पाठक ने कहा कि देश के सभी राज्यों ने कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक विजेताओं को 25 लाख से लेकर एक करोड़ रुपये तक का इनाम दिया है. लेकिन, कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीत कर झारखंड के साथ भारत का भी नाम रोशन करनेवाले खिलाड़ियों को काफी कम प्रोत्साहन राशि दी जा रही है.
खिलाड़ी वर्तमान में घोषित पुरस्कार राशि लेने के इच्छुक नहीं हैं. इसी कारण खिलाड़ियों ने आवेदन नहीं दिया है. खिलाड़ियों ने सीएम को भी अपनी बात बतायी है. उन्होंने राशि में वृद्धि करने का आश्वासन दिया है. आश्वासन पूरी होने के बाद ही खिलाड़ी पुरस्कार प्राप्त करने के लिए आवेदन करेंगे.
खेल नीति में परिवर्तन करना होगा :
इन खिलाड़ियों को अधिक रािश देने के लिए राज्य सरकार को खेल नीति में परिवर्तन करना होगा. राज्य की खेल नीति के अनुसार कॉमनवेल्थ गेम्स के स्वर्ण पदक विजेताओं को 10 लाख, रजत पदक विजेताओं को सात लाख व कांस्य पदक विजेताओं को पांच लाख रुपये देने का प्रावधान है.
सबसे अधिक पुरस्कार राशि दो करोड़ रुपये ओलिंपिक में स्वर्ण जीतनेवाले खिलाड़ी को दिया जाना है. नीति में संशोधन किये बिना खिलाड़ियों को निर्धारित राशि से अधिक पुरस्कार नहीं दिया जा सकता है. सूचना है कि सीएम ने खेल विभाग को पुरस्कार राशि में वृद्धि के लिए खेल नीति में संशोधन करने से संबंधित निर्देश दिया है. खेल विभाग दूसरे राज्यों के प्रावधान का अध्ययन कर रहा है.
रिपोर्ट- विवेक चंद्र