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गोल्ड बॉन्ड और क्रिप्टोकरेंसी में करते हैं निवेश तो सावधान, CID झारखंड ने 2 साइबर अपराधियों को किया गिरफ्तार

झारखंड सीआईडी ने दो ऐसे ठगों को धर दबोचा है जो कि गोल्ड बॉन्ड और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के नाम पर लोगों को चूना लगाते थे. वे अब तक तकरीबन 4 से 5 करोड़ रुपये की ठगी की है.

By Sameer Oraon | July 17, 2024 3:31 PM
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रांची, अमन तिवारी : अगर आप गोल्ड बॉन्ड और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है. दरअसल साआईडी झारखंड ने एक बार फिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है. उन्होंने दो ऐसे ठगों को धर दबोचा है जो कि गोल्ड बॉन्ड और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के नाम पर लोगों को चूना लगाते थे. पूछताछ में पता चला है कि दोनों अपराधियों ने राज्य के 150 से 200 लोगों से तकरीबन 4 से 5 करोड़ रुपये ठगी की है. उनके पास से 3-3 मोबाइल फोन और सिम बरामद किया गया है. जांच एजेंसी ने उन दोनों के खिलाफ आइटीएक्ट के तहत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है.

गोल्ड बॉन्ड में निवेश के नाम पर खूब पहुंचाया फायदा

भुक्तभोगी की मानें तो उन्हें शुरुआत में आरोपी शशि शंकर कुमार ने गोल्ड बॉन्ड में निवेश के नाम पर खूब लाभ पहुंचाया. जिसके बाद वो उस पर भरोसा करने लगा. इसी दौरान उनकी मुलाकात आरोपी के माध्यम से उनके मित्र अमित जायसवाल से हुई. जिन्होंने उसे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर अधिक पैसा कमाने का लालच दिया. इस प्रलोभन में आकर उसने OROPAY की आधिकारिक वेबसाइट www.oropay.io पर निवेश करने लगा. आरोपियों ने Artificial Intelligence की तकनीक के माध्यम से डाटा माइनिंग कर निवेश करने का प्रलोभन दिया. इसके बदले उन्हें निवेश 300 फीसदी रिटर्न का आश्वसन भी मिला.

लाभ मिला तो बढ़ता गया भरोसा

आरोपियों के कहे अनुसार उन्हें इसका लाभ मिला जिससे उनका भरोसा बढ़ता गया. इसके बाद भुक्तभोगी ने अन्य लोगों को इसका लाभ लेने के लिए प्रेरित किया. जिसके बाद कई लोगों ने उस वेबसाइट के माध्यम से निवेशकों को चपत लगायी. इसके बाद आरोपियों ने एक अन्य वेबसाइट blockpay.pw के माध्यम से लोगों को चूना लगाने का काम जारी रखा. इस दौरान अभियुक्तों ने डीजीपीआई/ओपे नाम का टोकन लॉन्च किया. जिसके माध्यम से ट्रस्ट वॉलेट पर निवेश करने को कहा गया . एक दिन जब निवेशकों ने अपने खरीदे टोकन को बेचना चाहा तो उसका वैल्यू जीरो हो गया. इसके बाद लोगों को ठगी का अहसास हुआ.

क्या है अपराध से बचाव का तरीका

  • किसी भी अंजान इंटरनेश्नल नंबर से कॉल या मैसेज आने पर पैसे का आदान प्रदान करने से बचें
  • एसएमएस के माध्यम से कोई मैसेज आया तो उस पर क्लिक करने से बचें
  • निवेश के नाम पर किसी भी अनजान बैंक खाताओं या क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट में पैसे का निवेश करने बचें
  • क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से अत्याधिक रिटर्न का प्रलोभन ठगी का सबब बन सकता है. निवेश करने से पहले सभी चीजों का अच्छी तरह से जांच पड़ताल कर लें.

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