टेरर फंडिंग में झारखंड के साइबर अपराधियों का पैसा, हुआ ये चौंकाने वाला खुलासा
झारखंड में साइबर ठगी के पैसों से टेरर फंडिंग की आशंका जतायी जा रही है. प्रभारी डीजीपी एमवी राव और विशेष शाखा के एडीजी ने इस मामले की गहराई से जांच कराने का निर्णय लिया है.
अमन तिवारी, रांची : झारखंड में साइबर ठगी के पैसों से टेरर फंडिंग की आशंका जतायी जा रही है. प्रभारी डीजीपी एमवी राव और विशेष शाखा के एडीजी ने इस मामले की गहराई से जांच कराने का निर्णय लिया है. पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, कोल्हान रेंज के डीआइजी राजीव रंजन सिंह ने प्रभारी डीजीपी को इससे संबंधित जानकारी दी है.
उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 300 बैंक खातों में 50 खाते ऐसे हैं, जिसका संचालन चंपारण, कुशीनगर और सबसे अधिक केरल से किया गया है. इसका संबंध पाकिस्तान से होने की आशंका जतायी गयी है. इसलिए बैंक से एक-एक खाता के बारे जानकारी जुटायी जा रही है.
समीक्षा इस बिंदु पर की जा रही है कि कहीं यह पैसा पाकिस्तान, दुबई या नेपाल तो नहीं गया. कोल्हान रेंज डीआइजी से उक्त बातों की जानकारी मिलने के बाद प्रभारी डीजीपी ने इसे गंभीरता से लिया है. चूंकि पैसे केरल से निकाले जा रहे हैं, ऐसे में आशंका जतायी जा रही है कि इन पैसों का इस्तेमाल कहीं टेरर फंडिंग के लिए तो नहीं हो रहा है. इस मामले में विशेष शाखा के एडीजी ने निर्णय लिया है कि ऐसे खातों की जांच कराये जाये .
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प्रभारी डीजीपी और विशेष शाखा के एडीजी ने लिया जांच कराने का निर्णय
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कोल्हान के डीआइजी को सरायकेला जिले में दर्ज साइबर केस की समीक्षा के दौरान मिले कई साक्ष्य
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300 बैंक खातों में से 50-50 खाते उच्चस्तरीय, सबसे अधिक चंपारण, कुशीनगर और केरल से की गयी निकासी
5024 साइबर अपराध के मामले दर्ज : वर्ष 2020 में 25 दिसंबर तक राज्य के विभिन्न जिलों में 5024 साइबर अपराध के मामले दर्ज किये गये थे. इनमें से 1022 आरोपियों की गिरफ्तारी, 1784 मोबाइल, 2697 सिमकार्ड, 1028 एटीएम, 737 पासबुक, 165 चेकबुक, 45 लैपटॉप, 142 बाइक, 35 चारपहिया वाहन और 04 क्लोन मशीन बरामद किये गये थे. राज्य में दर्ज कुल केस में 160 केस सरायकेला जिला में दर्ज किये गये थे. इन केस में 16 आरोपियों की गिरफ्तारी के अलावा सात मोबाइल, 12 एटीएम, चार पासबुक, दो चेकबुक और एक चारपहिया वाहन बरामद किये गये थे.
35 नक्सलियों पर चलेगा देशद्रोह का मामला : पीरटांड़ के खुखरा में विस्फोटक पदार्थ बरामद किये जाने के मामले में 35 नक्सलियों के खिलाफ चलेगा देश द्रोह का मामला. झारखंड सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद गिरिडीह के डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने नक्सलियों की सूची और स्वीकृति आदेश गिरिडीह के एसपी को भेज दी है. यह घटना वर्ष 2017 में घटी थी. खुखरा थाना क्षेत्र के बरहागड़ी गांव में मोरमगड़ा टोला में स्थित बाबूचंद हेम्ब्रम उर्फ गोविंद मांझी के घर में भाकपा माओवादी संगठन की बैठक हुई थी.
बैठक में नक्सलियों ने पुलिस और सीआरपीएफ पर हमला करने की योजना तैयार की थी जिसकी जानकारी पुलिस को मिल गयी. इसके बाद पुलिस ने बाबूचंद हेम्ब्रम को हिरासत में लिया और फिर सख्ती से पूछताछ की. बाबूचंद ने पुलिस पर हमला किये जाने की बात स्वीकारी. साथ ही छिपाकर रखे गये विस्फोटक की भी जानकारी दे दी. इस निशानदेही पर पुलिस ने तालो दा और बाबूचंद हेम्ब्रम के घर से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया .
बाद में अनुसंधान के क्रम में नामजद अभियुक्त पर लगाये गये आरोपों को सत्य पाते हुए पुलिस ने धारा 13 यूएपी एक्ट के तहत मुकदमा चलाने की स्वीकृति की अनुशंसा कर दी जिस पर झारखंड सरकार ने स्वीकृति दे दी. इस स्वीकृति आदेश के साथ नक्सलियों की सूची डीसी श्री सिन्हा ने गिरिडीह एसपी को आवश्यक कार्रवाई हेतु भेज दी है.
जिन नक्सलियों पर चलेगा देशद्रोह का मामला : खुखरा थाना क्षेत्र में विस्फोटक बरामदगी के मामले में जिन 35 नक्सलियों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलेगा उनमें बाबूचंद हेम्ब्रम, बंटी हेम्ब्रम उर्फ तालो, कालीचरण तुरी, गिरधारी महतो, नुनूचंद महतो, अजय महतो, प्रशांत मांझी, वीरसेन दा, दीनदयाल उर्फ धर्मेंद्र टुडू, पतिराम मांझी उर्फ अनल दा, संतोष महतो, रणविजय महतो, साहेब राम मांझी, छोटका मुंडा उर्फ छोटका मांझी, श्याम मांझी, पवन मांझी उर्फ लंगड़ा, जगदेव मांझी, गोविंद, पुजरा मांझी, पांडू मांझी, जागेश्वर तुरी, सुनील हांसदा, ईश्वर हांसदा, सिबन मांझी, राजीव मांझी, परमेश्वर मांझी, बाड़ा महतो, चेतलाल महतो, डॉ शिवा उर्फ शिबू मांझी, डॉ किशोर महतो, तालो दा, जागेश्वर महतो, प्रभा दी, उत्पल दा एवं दुला दा शामिल हैं. इनमें कई इनामी नक्सली भी शामिल हैं.
माओवादियों ने पर्चा जारी कर किया पुलिस कैंप निर्माण का विरोध : भाकपा माओवादी के उत्तरी छोटानागपुर के जोनल कमेटी सदस्य आनंद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पीरटांड़ के खुखरा थाना क्षेत्र अंतर्गत पर्वतपुर में बनाये जा रहे पुलिस कैंप का ग्रामीणों से विरोध करने की अपील की है. जोनल कमेटी के सदस्य आनंद द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में पुलिस-प्रशासन के खिलाफ अलग-अलग नारे लिखे गये हैं.
इसमें ग्रामीणों से पुलिस जुल्म के विरोध में जन प्रतिरोध आंदोलन तेज करने, गांव-गांव में दमन विरोध व जन विकास मोर्चा का निर्माण करने, हमें चाहिए स्कूल, अस्पताल व रोजगार, झूठे मुकदमे में आम जनता को गिरफ्तार करना बंद करने, आम जनता पर किये गये झूठे मुकदमें को वापस लेने समेत अन्य बातें लिखी गयी है.
Posted by: Pritish Sahay