झारखंड में जमीन की साइबर लूट, ऑनलाइन रिकॉर्ड में हो रही हेराफेरी, गलत और अवैध म्यूटेशन के मामले
राज्य में जमीन की साइबर लूट हो रही है़ आम लोगों की जेब से पैसा उड़ानेवाले जामताड़ा के साइबर अपराधियों से भी बड़ा गिरोह जमीन लूट में लगा है़ जमीन के ऑन लाइन रिकॉर्ड तैयार करने के नाम पर यह हेराफेरी हो रही है़
आनंद मोहन, रांची : राज्य में जमीन की साइबर लूट हो रही है़ आम लोगों की जेब से पैसा उड़ानेवाले जामताड़ा के साइबर अपराधियों से भी बड़ा गिरोह जमीन लूट में लगा है. जमीन के ऑन लाइन रिकॉर्ड तैयार करने के नाम पर यह हेराफेरी हो रही है़ राज्य के कई अंचल कार्यालयों में भू-माफिया व अफसरों का गठजोड़ इस काम में लगा है़ फर्जी दस्तावेज के सहारे मूल रैयतों की जमीन दूसरे के नाम की जा रही है. धनबाद, रांची व बोकारो सहित कई अन्य जिलों में हेराफेरी के मामले सामने आये है़ं सिर्फ धनबाद जिलेे के सभी चार अंचलों में सैकड़ों एकड़ जमीन की साइबर लूट हुई है़ सीएनटी एक्ट की धज्जियां उड़ा कर आदिवासी रैयतों की जमीन भी दूसरे के नाम की गयी है़ मंत्री से लेकर आम आदमी तक की जमीन के कागजों में हेराफेरी कर दी जा रही है.
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राज्य के अंचल कार्यालयों में काम कर रहा है अफसर-माफिया का गठजोड़
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खाली प्लॉट, सरकारी जमीन व गैर मजरुआ जमीन के कागज की हेराफेरी कर ऑनलाइन हो रही इंट्री
प्रभात खबर के पास हैं सैकड़ों दस्तावेज : राजधानी रांची के भी कई इलाके में फर्जी दस्तावेज के सहारे दाखिल-खारिज (म्यूटेशन) किये गये है़ं पिछले कुछ वर्षों की ऑन लाइन प्रक्रिया देखी जाये, तो दो दर्जन से ज्यादा अंचलाधिकारी जांच के घेरे में आयेंगे़ दरअसल भू-माफिया द्वारा चिह्नित खाली प्लॉट, सरकारी जमीन व गैर मजरुआ जमीन फर्जी कागज के सहारे हेराफेरी करने का धंधा चल रहा है़ फिर इसकी ऑनलाइन इंट्री करा दी जाती है. प्रभात खबर के पास जमीन की हेराफेरी के सैकड़ों दस्तावेज उपलब्ध है़
गलत और अवैध म्यूटेशन के मामले
धनबाद अंचल के मौजा साबलपुर -11 के खाता संख्या-25, प्लॉट संख्या 519 रकबा पांच कट्ठा जमीन का म्यूटेशन सैवाल चटर्जी के नाम किया गया, जबकि खाता संख्या-25 आदिवासी खाता की भूमि है़
धनबाद के कोला कुसमा मौजा में सरकारी जमीन का भी दाखिल-खारिज करने के साक्ष्य मिले है़ं खाता संख्या-217 के प्लॉट संख्या 857 का म्यूटेशन कर दिया गया़ दस्तावेज बताते हैं कि इस जमीन की प्रकृति सरकारी है़
धनबाद के ही विशुनपुर मौजा के खाता संख्या 194, प्लॉट संख्या 198, 111 की 5़ 8 डिसमिल जमीन नरेंद्र शर्मा से क्रय किया गया़ रेखा देवी के नाम से जमीन खरीदी गयी़ 19.9.2019 को धनबाद अंचल में म्यूटेशन हुआ़ खतियान देखा गया, तो खाता संख्या 194 में प्लॉट संख्या 198, 111 नहीं है़ वास्तविक खाता संख्या 496 है़ निबंधन व दाखिल-खारिज दोनों में गोलमाल हुआ़
रांची जिला में गलत तरीके से जमीन के हस्तांतरण का मामला सामने आया है़ चान्हो अंचल में खाता संख्या -41 की जमीन गलत तरीके से बंदोबस्त कर दी गयी है़ दस्तावेज के साथ इसकी शिकायत उपायुक्त से की गयी है़
बाघमारा अंचल के महेशपुर मौजा खाता संख्या 146 प्लॉट संख्या 524, 526, 525, 632, 1293, 1305 और खाता संख्या 147 के प्लॉट संख्या 1097 के दाखिल-खारिज में गड़बड़ी की गयी़ यह जमीन सीएनटी एक्ट की परिधि में प्राण महतो व रघुनाथ महतो (कुर्मी जाति) केे नाम है़ जमाबंदी में रैयत में प्राण महतो के नाम है़ इसके बावजूद इसे दूसरी जाति के नाम से दाखिल खारिज कर दिया गया़
सीएनटी एक्ट की धज्जियां उड़ा कर आदिवासी रैयतों की जमीन भी दूसरे के नाम की गयी
वर्ष 2016 से शुरू हुई ऑन लाइन प्रक्रिया : राज्य में जमीन के दस्तावेज के कंप्यूटरीकरण की प्रक्रिया 2016 से शुरू हुई है़ इस प्रक्रिया के तहत अंचल कार्यालय में जमीन की खरीद बिक्री से लेकर म्यूटेशन की तक की प्रक्रिया ऑनलाइन हो रही है़ सारे अभिलेख कंप्यूटर पर दर्ज किये जा रहे हैं. इसी प्रक्रिया में छेड़छाड़ हो रही है़ इधर पाई-पाई पैसा जोड़ कर जमीन खरीदनेवाले गरीब लूटे जा रहे है़ं कई बार तो ऑनलाइन पूरा विवरण देखने के बाद मूल रैयतों के होश उड़ जाते है़ं
मंत्री रामेश्वर उरांव की जमीन की भी हुई थी गलत इंट्री : ऑन लाइन की प्रक्रिया में मंत्री रामेश्वर उरांव की जमीन की भी गलत इंट्री की गयी थी़ उनकी अपनी जमीन दूसरे के नाम कर दी गयी थी. श्री उरांव ने कहा कि ऑनलाइन प्रक्रिया में भारी गड़बड़ी हो रही है़ अंचल के स्तर पर भारी भ्रष्टाचार हो रहा है़ गांव-गांव में लोगों को लड़ाने का काम हो रहा है़ फिलहाल ऑन लाइन प्रक्रिया को बंद कर पहले दस्तावेज मैनुअली दुरुस्त कर लिये जाये़ं
सामाजिक कार्यकर्ता रमेश ने धनबाद मामले में की है शिकायत : धनबाद में हो रहेे जमीन घोटाले के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने वाले सामाजिक कार्यकर्ता रमेश कुमार राही ने पूरे मामले की शिकायत सक्षम अधिकारियों से की है़ उन्होंने धनबाद के उपायुक्त से लेकर भू-राजस्व विभाग के वरीय अधिकारियों को हेराफेरी से संबंधित प्रमाण सौंपे है़ं इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पहल भी की गयी है़ श्री राही का कहना है कि पूरे राज्य में अफसरों की मिलीभगत सेे एक संगठित रैकेट चल रहा है़ मामले के सही तरीके से जांच हुई, तो कई लोग जेल जायेंगे़ गरीबों की जमीन लूटी जा रही है़ आदिवासी रैयतों को बेदखल किया जा रहा है़
Post by : Pritish Sahay