बाहर ट्रेनिंग लेकर पदक जीत रहे हैं झारखंड के साइकिलिस्ट
पिछले कुछ दिनों में झारखंड में साइकिलिंग के दो बड़े आयोजन हुए. 2024 फरवरी में एसजीएफआइ के तहत साइकिलिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. झारखंड के खिलाड़ी पटियाला और असम में साइकिलिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. वजह है झारखंड में साइकिलिंग की एक भी एकेडमी नहीं है.
पिछले कुछ दिनों में झारखंड में साइकिलिंग के दो बड़े आयोजन हुए. 2023 में रांची में जहां राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता हुई, वहीं 2024 फरवरी में स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआइ) के तहत साइकिलिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें झारखंड के खिलाड़ियों ने ट्रैक व रोड साइकिलिंग इवेंट में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीते, लेकिन इस पदक जीतने के पीछे की मेहनत दूसरे राज्य की है. हमारे यहां के खिलाड़ी पटियाला और असम में साइकिलिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. वजह है झारखंड में साइकिलिंग की एक भी एकेडमी नहीं है.
झारखंड के खिलाड़ियों ने जीते हैं पदक
झारखंड की संतोषी, सरिता कुमारी और पुष्पा कुमारी वर्तमान में पटियाला के खेलो इंडिया सेंटर में प्रशिक्षण ले रही हैं. झारखंड में जब कोई नेशनल प्रतियोगिता होती है, तो ये झारखंड की तरफ से भागीदारी के लिए यहां आ जाती हैं. इसी तरह अभिमन्यु असम की एकेडमी में साइकिलिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. साइकिलिंग का यहां कोई सेंटर नहीं होने के कारण ये खिलाड़ी अपने घर से काफी दूर अपनी प्रतिभा निखार रहे हैं. यहां केवल जेएसएसपीएस ही है, जहां साइकिलिंग की ट्रेनिंग दी जाती है. संतोषी, सरिता व पुष्पा रांची में हुई प्रतियोगिता में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीत चुके हैं.
सेंटर है प्रस्तावित, नहीं खोल पा रहा विभाग
होटवार स्थित खेलगांव के वेलोड्रॉम स्टेडियम में सरकार की ओर से साइकिलिंग का डे-बोर्डिंग सेंटर पिछले कई वर्षों से खोलने की तैयारी है, लेकिन खेल विभाग इसे अभी तक खोल नहीं पाया है. वहीं झारखंड में साइकिलिंग के एनआइएच कोच भी हैं, जिसमें अनिता कुमारी और सतविंदर कौर शामिल है. झारखंड साइकिलिंग एसोसिएशन के सचिव शैलेंद्र पाठक का कहना है कि हमारे खिलाड़ी यहां विकल्प नहीं मिलने के कारण दूसरे राज्य में जाते हैं. यहां इन्हें मौका मिले तो ये अपने घर से दूर नहीं जायेंगे.