Cyclone Dana Tracker: चक्रवाती तूफान डाना मचाएगा तबाही! आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट, कोल्हान में NDRF तैनात

Cyclone Dana Tracker: चक्रवाती तूफान डाना को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट है. कोल्हान के तीनों जिलों में एनडीआरएफ की टीम तैनात की गयी है. जमशेदपुर, चाईबासा और सरायकेला के शहरी क्षेत्र में जलजमाव से निपटने का निर्देश दिया गया है.

By Guru Swarup Mishra | October 25, 2024 7:03 AM
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Cyclone Dana Tracker: रांची-चक्रवाती तूफान डाना को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट है. विभाग ने सतर्कता के तौर पर कोल्हान प्रमंडल के तीन जिलों चाईबासा-जमशेदपुर में दो-दो और सरायकेला जिले में एनडीआरएफ की एक कंपनी तैनात कर दी है. तूफान के दौरान भारी बारिश को देखते हुए विभाग ने जिलों को निर्देश दिया है कि जमशेदपुर और आदित्यपुर के निचले इलाकों में चांडिल डैम का फाटक खोलने पर पानी भरता है, तो इसको देखते हुए एहतियाती कदम उठायें. डाना तूफान को लेकर कोल्हान क्षेत्र के तीनों जिले से हर दो घंटे पर रिपोर्ट देने का निर्देश विभाग ने दिया है. साथ ही राज्य के सभी जिलों पर नजर रखने के लिए नोडल पदाधिकारी नियुक्त किये गये हैं. वहीं कंट्रोल रूम भी बनाये गये हैं. विभाग के अनुसार अभी तक जो अपडेट मिला है, उससे कोल्हान के तीनों जिलों में बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ना चाहिए. कहीं-कहीं तेज बारिश हो सकती है.

किस जिले के लिए कौन नोडल पदाधिकारी बनाये गये

-जमशेदपुर, चाईबासा, सिमडेगा, सरायकेला, खूंटी व रांची : उप सचिव राकेश कुमार
-पलामू, गढ़वा, लातेहार, चतरा, गुमला व लोहरदगा : अवर सचिव सुनील कुमार झा
-देवघर, दुमका, पाकुड़, जामताड़ा, गोड्डा व साहिबगंज : अवर सचिव विजय कुमार
-हजारीबाग, रामगढ़, धनबाद, कोडरमा, गिरिडीह व बोकारो : विशेष कार्य पदाधिकारी अमरेश कुमार नीरज

आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देश

-तूफान को लेकर घबराएं नहीं. शांत रहें. अफवाहों पर ध्यान नहीं दें.
-मौसम की ताजा जानकारी के लिए रेडियो सुनें, टीवी देखें व समाचार पत्र पढ़ें.
-अपने दस्तावेज और कीमती सामान एक जलरोधक थैले में रखें.
-जहां तक संभव हो एक खाली कमरे में रहें. साथ ले जाने वाली वस्तु को बांध कर रखें.
-एक आपदा किट अवश्य तैयार रखें. जिसमें सुरक्षित रहने का आवश्यक सामान हो.
-अपने घर, इमारतों, छतों को सुदृढ़ करें. नुकीले सामान को खुला ना छोड़ें.
-मवेशियों और पशुओं की सुरक्षा के लिए उन्हें बांधकर न रखें.
-तूफान की चेतावनी मिलने पर अथवा बाढ़ की स्थिति में अपने निकटतम सुरक्षित आश्रय व उस तक जाने वाले सबसे सुरक्षित मार्ग से अवगत रहें.
-कम से कम एक सप्ताह के लिए पर्याप्त तैयार भोजन व पानी स्टोर रखें.
-स्थानीय अधिकारी से अनुमति लेकर अपने घर के पास पेड़ों की फुनगियां व शाखाओं की काट-छांट करें.
-खिड़कियों व दरवाजे मजबूती से बंद करें व सरकारी अधिकारी के कहने पर घर खाली कर दें. किसी परिस्थिति में नहीं रुकें.
-चक्रवात के दौरान बिजली के सभी मेन और गैस कनेक्शन बंद कर दें.
-अगर आपका घर असुरक्षित है, तो चक्रवात आने से पहले वहां से निकल जाएं. आपातकालीन आश्रय स्थल पहुंचें.
-यदि आपकी इमारत ढहने लगे, तो खुद को कंबलों व गद्दे का उपयोग कर अपने आप को सुरक्षित रखें. आप एक मजबूत मेज अथवा बेंच के नीचे बैठकर या किसी ठोस और स्थिर सामान को मजबूती से पकड़कर भी बैठ सकते हैंं.
-अगर आप घर से बाहर हो, तो क्षतिग्रस्त मकानों में न जाएं. जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर पहुंचे.
-कभी भी पेड़ों व बिजली के खंभों के नीचे खड़े न हों.
-बिजली के टूटे खंभों व तारों के साथ ही अन्य धारदार चीजों से सतर्क रहें.

  • मछुआरों को नाव व राफ्टों को सुरक्षित स्थान पर बांध कर रखने को कहा गया है.

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