रांची डेली मार्केट अग्निकांड : पीड़ितों ने कहा- जीवनभर की पूंजी गयी, खाता भी जला
पीड़ितों ने सरकार से मांग की है कि सरकार सभी पीड़ितों से बात कर उन्हें मुआवजा दें, ताकि वह फिर से अपना व्यवसाय शुरू कर सके. आग लगने के बाद बुधवार को जांच करने लिए एफएसएल की टीम भी पहुंची.
रांची : डेली मार्केट के अंदर चलनेवाले जंगली मार्केट व पोल लाइन मार्केट में मैदाननुमा जगह पर 120 से अधिक सब्जी की दुकान मंगलवार की रात में हुई अगलगी की घटना में जलकर राख हो गयी. घटना में दुकानदारों की सारी जमा-पूंजी जलकर खाक हो गयी. पीड़ितों को चिंता सता रही है कि अब वह कहां से पूंजी लायेंगे और फिर से अपना व्यवसाय करेंगे. पीड़ितों ने बताया कि वह लोग 25-30 वर्षों से दुकान लगा रहे हैं. उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा भी हो सकता है. इस आगलगी ने गरीब सब्जी व्यापारियों की कमर तोड़ दी है. व्यापारियों ने बताया कि कई होटल वाले और घर वाले हजारों का उधार लेते हैं. वह सारा कुछ कॉपी में लिखा रहता है. आग में खाता भी जल गया. जिससे अब तो बकाया पैसा भी मिलना मुश्किल हो गया है.
सरकार से मुआवजे की मांग :
पीड़ितों ने सरकार से मांग की है कि सरकार सभी पीड़ितों से बात कर उन्हें मुआवजा दें, ताकि वह फिर से अपना व्यवसाय शुरू कर सके. आग लगने के बाद बुधवार को जांच करने लिए एफएसएल की टीम भी पहुंची. लोगों ने आग लगने का मुख्य कारण आग तापने के दौरान उठी चिंगारी से झोपड़ी में आग पकड़ने और उसके विकराल रूप लेने की बात कही. घटनास्थल पर बुधवार की सुबह में इधर-उधर टमाटर, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, फूलगोभी और आलू आदि बिखरे हुए थे, जो मंगलवा की रात के हालात बयां कर रहे थे. आग लगने की जानकारी मिलने पर कुछ व्यापारियों ने सब्जी को निकलने का प्रयास किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी.
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मेरी एक लाख की सब्जी जल कर राख हो गयी. मेरी दुकान में हर प्रकार की सब्जी रखी हुई थी. सब्जी के साथ उधार में होटल व कुछ साप्ताहिक सब्जी खरीदने वाले लोगों का नाम कॉपी में लिखा हुआ था. आग में खाता भी जल गया. अब तो एक लाख की सब्जी भी गयी और उधार दिया हुआ पैसा भी. क्या करें कुछ पता नहीं चल पा रहा है.
मो फिरोज, दुकानदार
होश संभालते ही यहां सब्जी बेचने लगे. 25 साल से सब्जी बेच रहे हैं. 90 हजार की सब्जी जल गयी. जीविका का मुख्य साधन था. अब तो भूखे रहने की नौबत आ गयी है. हम लोगों को काफी नुकसान हो गया है. आगे क्या होगा पता नहीं.
मो मुमताज, दुकानदार
हमारा घर खेत मोहल्ला में है. रात 10:15 बजे जानकारी मिली, तो उस समय खाना खा रहे थे. सूचना मिलते ही खाना छोड़कर पहुंचे. लेकिन तब तक दुकान जल कर स्वाहा हो गयी. हम लोगों को 1.10 लाख का नुकसान हो चुका है. कैसे हो गया, पता नहीं.
डबलू, दुकानदार