झारखंड: रांची के डेली मार्केट में अगलगी से नुकसान का टीम ने किया सर्वे, पीड़ितों को मिलेगी सहायता राशि
झारखंड की राजधानी रांची के डेली मार्केट में अगलगी की घटना के बाद जिला प्रशासन की टीम द्वारा गुरुवार को सर्वे किया गया. उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के निर्देश पर गठित टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर सर्वे किया. इस दौरान पीड़ितों से टीम से विस्तृत जानकारी ली.
रांची: झारखंड की राजधानी रांची के डीसी (उपायुक्त) राहुल कुमार सिन्हा के निर्देश पर गठित टीम ने गुरुवार को डेली मार्केट का सर्वे किया. इस दौरान पीड़ित दुकानदानों से टीम ने बातचीत की और नुकसान की जानकारी ली. पीड़ितों को आंकलन के बाद सहायता राशि दी जाएगी. आपको बता दें कि पिछले दिनों डेली मार्केट में देर रात भीषण आग लग गयी थी. इसमें बड़ी संख्या में दुकानें जलकर राख हो गयी थीं. अफरा-तफरी के बीच कड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया गया था. अगलगी के बाद टीम ने डेली मार्केट का सर्वे किया. जिला प्रशासन की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर सर्वे किया. पीड़ितों को आपदा प्रबंधन (अगलगी) अंतर्गत नियमानुसार सहायता राशि दी जाएगी.
घटनास्थल पर पहुंचकर ली जानकारी
झारखंड की राजधानी रांची के डेली मार्केट में अगलगी की घटना के बाद जिला प्रशासन की टीम द्वारा गुरुवार को सर्वे किया गया. उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के निर्देश पर गठित टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर सर्वे किया. इस दौरान पीड़ितों से टीम से विस्तृत जानकारी ली. आपको बता दें कि पिछले दिनों देर रात डेली मार्केट फल मंडी में भीषण आग लग गयी थी. इसमें बड़ी संख्या में दुकानें जलकर खाक हो गयी थीं. अगलगी के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गयी थी. स्थानीय लोगों ने तत्काल अपने स्तर पर आग पर काबू पाने का प्रयास किया. इधर, अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना दी गयी. कड़ी मशक्कत के बाद दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया.
Also Read: झारखंड : सिर्फ 49 रुपए से ऐसे बन रहे करोड़पति, रातोंरात बदल रही तकदीर
घटना के संबंध में ली विस्तृत जानकारी
सर्वे टीम में शामिल अंचल अधिकारी शहर मुंशी राम ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थानीय लोगों एवं प्रभावितों से अगलगी के कारणों की जानकारी ली एवं नुकसान के बारे में उनसे विस्तृत पूछताछ की. अंचल अधिकारी मुंशी राम ने प्रभावितों को बताया कि ज़िला प्रशासन द्वारा उन्हें आपदा प्रबंधन (अगलगी) अंतर्गत नियमानुसार सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी. उन्होंने सभी प्रभावितों को अपनी दुकान के आकार एवं नुकसान से संबंधित आवेदन प्रपत्र में उपलब्ध कराने को कहा ताकि प्रक्रिया आगे बढ़ायी जा सके.