रांची : विदेशों से पार्सल के जरिये आक्रामक प्रजाति के रोगजनक और बीमारी फैलानेवाले बीज भारत में भेज जाने की आशंका है. इसे लेकर केंद्र सरकार की ओर से बिरसा कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन को अगाह किया गया है. इस संबंध में केंद्र ने राज्य के कृषि विभाग सहित आला अधिकारियों को पत्र भेजकर सतर्क रहने का निर्देश और सलाह दी है. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, नयी दिल्ली के उप आयुक्त डॉ दिलीप कुमार श्रीवास्तव ने विवि को पत्र भेजकर कहा है कि अज्ञात स्रोतों से आ रहे पैकेजवाले अनचाहे/संदिग्ध बीज पार्सल के जरिये भारत में भी भेजे जाने की सूचना है.
डॉ श्रीवास्तव ने कहा है कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार यह अनचाहा बीज पार्सल भारत की जैव विविधता के लिए भी खतरा हो सकता है. इसलिए देश के सभी राज्यों के कृषि विभाग, राज्य कृषि विवि, बीज संघ, राज्य बीज प्रमाणन एजेंसियों, बीज निगम तथा आइसीएआर की फसल आधारित अनुसंधान संस्थानों को भ्रामक पैकेजवाले अनचाहे/संदिग्ध बीज के पार्सल से सतर्क रहने और सावधानी बरतने की आवश्यकता है. कहा गया है कि बीज पार्सल की वास्तविक स्थिति से अवगत होने के बाद ही उसे खोला जाये और उसका वितरण सुनिश्चित हो. किसानों को भी सलाह दी गयी है कि वह सतर्क रहें और खेतों में बीज बोने से पहले इसकी जांच अवश्य कर लें.
संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, न्यूजीलैंड, जापान और कुछ यूरोपीय देशों से ऐसी सूचना मिल रही है कि पिछले कुछ महीनों से दुनियाभर में ऐसे हजारों संदिग्ध बीज के पार्सल भेजे गये हैं. इसकी जांच में पुष्टि हुई है. डॉ श्रीवास्तव ने कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के कृषि विभाग ने इस मामले को ब्रुशिंग घोटाला और कृषि तस्करी बताया है. इस अनचाहे बीज पार्सल में विदेशी आक्रामक प्रजाति के बीज होने की आशंका जतायी गयी है, जिनसे बीमारी पैदा करने के प्रयास की आशंका है. यह किसी भी देश के पर्यावरण, कृषि पारिस्थितिकी तंत्र और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है.
Posted By : Guru Swarup Mishra