रांची : प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) ने राजभवन के पीछे नगर निगम अस्पताल की दीवार पर पोस्टर साट कर रांची पुलिस को खुली चुनौती दी है. हाई सिक्यूरिटी इलाके में पोस्टर साटे जाने की सूचना मिलते ही सुखदेवनगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और पोस्टर-बैनर उखाड़ कर साथ ले गयी. इस संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
पोस्टर संभवत: रात में साटा गया. घटनास्थल पर स्मार्ट सिटी का सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है. उससे निकाले गये फुटेज की जांच साइबर डीएसपी यशोधरा कर रही हैं. उन्हें कुछ अहम सुराग भी मिले हैं. इधर, इस संबंध में सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में पोस्टर साटनेवाले का चेहरा साफ नहीं दिख रहा है, क्योंकि उसका पूरा चेहरा ढंका हुआ है. हर पहलू की जांच की जा रही है. फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.
सामंतवाद-पूंजीवाद मुर्दाबाद!, मार्क्सवाद-लेनिनवाद जिंदाबाद!, नक्सली जांच के नाम पर निर्दोष लोगों पर फर्जी मुकदमा बंद हो. सीसीएल एनटीपीसी के अधिकारी विस्थापितों-प्रभावितों पर धौंस जमाना, धमकी देना बंद करें. जल-जंगल-जमीन से बेदखल करनेवाली सरकार के खिलाफ मजदूर-किसान एकजुट हों. झारखंड राज्य अंतर्गत सीसीएल, बीसीसीएल, एनटीपीसी की ओर से अतिक्रमण और उत्खनन कर खेती योग्य जमीन को पहाड़ और बंजर बनाना बंद किया जाये.
Also Read: झारखंड में मुस्लिमों को मिले 10 फीसदी आरक्षण, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिले कांग्रेस विधायक इरफान अंसारीटीएसपीसी की ओर से रविवार देर रात को रामगढ़ के विभिन्न थाना क्षेत्रों में तथा हजारीबाग के बड़कागांव, गिद्दी, उरीमारी व कटकमदाग में भी पोस्टर साटे गये थे. वहीं, चतरा में पोस्टर साट कर धमकी दिये जाने की वजह से मगध और आम्रपाली कोलियरी में दो घंटे तक कामकाज ठप रहा था. हालांकि, सोमवार को सभी जगह से पोस्टर हटा दिया गया था.
Posted By : Mithilesh Jha