रांची: अधर्म पर धर्म की विजय के लिए वर्तमान परिवेश में संघ की शक्ति महत्वपूर्ण है, जो भारत को परम वैभव तक पहुंचाने का काम करेगी. श्रेष्ठ भारत का निर्माण संघ का लक्ष्य है .भारत में पूरी दुनिया का कल्याण और संवेदना के भाव के साथ मदद करने का सामर्थ्य है. कोविड के दौरान देश की इस सामर्थ्य को पूरी दुनिया ने देखा. यह बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कही.
श्री होसबाले बुधवार को रांची कॉलेज मैदान में संघ के महानगर एकत्रीकरण कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि भारत को कमजोर करने की जो साजिश हो रही है उसे लेकर समाज को संगठित कर जागृति का संदेश देना जरूरी है. देश आजादी का अमृत काल चल रहा है. पर हम सभी को यह भी देखना होगा क्या इस अवधि मे भी हम विदेशी मानसिकता से पूरी तरह से मुक्त हो पाये हैं?
हमें इस लक्ष्य को लेकर काम करना होगा कि जब देश अपनी आजादी का शताब्दी वर्ष मना रहा हो तब हम श्रेष्ठ भारत को खड़ा कर सकें, जो दुनिया भर में मानवता पर आये संकट को दूर करने का सामर्थ्य रखें और इस दिशा में सक्रियता के साथ काम हो ,उन्होने कहा कि हिंदु समाज को तोड़ने वाले लोग जगह-जगह पर खड़े हो जाते हैं भ्रांतियां फैलायी जाती है.
समाज को तोड़ने के लिए लोग खड़े हो जाते हैं ऐसे में समाज को सजग रहना होगा समाज संगठित और जागृत रहे ,भय और हिंसा से मुक्त क्षमता विश्वास और आत्मनिर्भर युक्त समाज का निर्माण करना है. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने कहा कि यदि धर्म की स्थापना के लिए युद्ध आवश्यक है तो करना चाहिए. भारत पूरे विश्व को अपना परिवार मानता है इस देश में दूसरे का कल्याण और संवेदना के साथ खड़े होने की क्षमता है.
जब समस्या का हल करने वाले लोग बैठे तो अयोध्या में मंदिर का निर्माण शुरू हुआ और कश्मीर के मसले का भी हल निकला. समाज में जागृति आयी. नागरिकों में कर्तव्य बोध रहे और समाज को स्वच्छ और सुंदर बनाने में योगदान देना भी देश की सेवा ही है.
रिपोर्ट- अविनाश, रांची