Ranchi news : डीएवी गांधीनगर के शिक्षक पर बच्चों को पीटने का आरोप, स्कूल ने किया सस्पेंड
बच्चों के परिजनों ने बताया कि टूर्नामेंट में बच्चों के द्वारा अच्छा परफॉर्मेंस नहीं करने के बाद उन्हें कमरे में बंद कर पीटा गया. सीसीटीवी कैमरे को रुमाल से ढंक कर बच्चों को डंडा और बेल्ट से बुरी तरह पीटा गया.
रांची. डीएवी गांधीनगर स्कूल के शिक्षक आयुष कुमार सिन्हा पर बच्चों को पीटने का आरोप लगाये जाने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है. इसे लेकर बच्चों के अभिभावक काफी गुस्से में हैं. आरोप है कि 22-23 जुलाई को बोकारो में आयोजित महात्मा हंस राज अंतर विद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता में विफल रहे स्कूल के छोटे छोटे बच्चों को को शिक्षक ने बुरी तरह से पीटकर घायल कर दिया. इधर, स्कूल के प्रभारी प्राचार्य निराकर आचार्या ने कहा कि आरोपी लाइब्रेरियन सह एनसीसी प्रशिक्षक आयुष कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है. उन्होंने फोन पर शिक्षक से बात करने का प्रयास किया था, लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ था. आगे की कार्रवाई के लिए उन्होंने डीएवी के असिस्टेंट रीजनल ऑफिसर को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दे दी है.
डंडा और बेल्ट से पीटने का आरोप लगाया
बच्चों के परिजनों ने बताया कि टूर्नामेंट में बच्चों के द्वारा अच्छा परफॉर्मेंस नहीं करने के बाद उन्हें कमरे में बंद कर पीटा गया. सीसीटीवी कैमरे को रुमाल से ढंक कर बच्चों को डंडा और बेल्ट से बुरी तरह पीटा गया. बच्चों को इतना मारा गया कि शरीर के कई हिस्से में निशान भी आ गये. बच्चों ने जब इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी, तो उन्होंने स्कूल में जाकर जमकर हंगामा किये. हंगामा को बढ़ता देखकर स्कूल के प्रिंसिपल निराकर आचार्य ने शिक्षक और बच्चों के परिजनों से सारी जानकारी हासिल की. स्कूल के प्रिंसिपल ने बच्चों के परिजनों को कहा कि शिक्षक आयुष पर जरूर कार्रवाई की जायेगी. बच्चों को किसी भी हाल में मारना नहीं चाहिए था.
टीचर घर में ताला लगाकर भागा
बुधवार सुबह गोंदा थाना को मामले की जानकारी दी गयी. गोंदा थाना की ओर से बच्चों का मेडिकल चेकअप भी कराया गया है. बच्चों के परिजन कह रहे हैं कि जिस तरह से आयुष ने बच्चों को पीटा है, उसे तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाये. 10-12 साल के बच्चों को टीचर ने मारा. जब परिजन आयुष से मिलने गये, तो उसके घर में ताला लगा था. परिजनों ने बताया कि आयुष घर में ताला लगाकर भाग गया है. इधर, इस संबंध में गोंदा थाना प्रभारी ने बताया कि घटनास्थल बोकारो का होने के कारण गोंदा थाना में जीरो एफआइआर कर मामले को बोकारो भेज दिया गया है.
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