रांची : झारखंड में एक ट्वीट से धर्मांतरण पर बहस छिड़ गयी है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट्विटर पर एक पोस्ट डालकर हेमंत सोरेन की अगुवाई में चल रही सरकार पर बड़ा प्रहार किया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत महागठबंधन सरकार पर आदिवासियों की संस्कृति को नष्ट करने का आरोप रघुवर दास ने लगाया है.
श्री दास ने रविवार (6 सितंबर, 2020) को ट्वीट किया, ‘झारखंड में धर्म परिवर्तन जोरों पर है. हमारी सरकार ने धर्मांतरण पर रोक का कानून बनाया और कड़ाई से लागू कराया. इस कारण भय, जबरन, लोभ-लालच में होने वाले धर्म परिवर्तन पर रोक लग गयी थी. सरकार बदलते ही फिर से हमारे भोले-भाले आदिवासी भाई-बहनों की संस्कृति नष्ट करने का काम शुरू हो गया है.’
रघुवर दास ने अपने ट्वीट के साथ @noconversion (नो कन्वर्जन) का 13 घंटा पुराना वीडियो भी शेयर किया है. कथित तौर पर इस वीडियो को झारखंड का बताया गया है. वीडियो पोस्ट करने वाले ने लिखा है : झारखंड धर्म परिवर्तन सभा. इस वीडियो में एक क्रिश्चियन पास्टर एक आदिवासी युवती से कह रहा है कि जिसने भी उसका अनादर किया, उससे गलत बात बोला, झूठ बोला है, उसे माफ कर दे.
पास्टर उससे कहता है कि यीशु उसे पवित्र कह रहा है. ये सारी बातें उसके सिर पर हाथ रखकर कही जा रही है. जैसे ही पास्टर उससे कहता है कि ले सामर्थ्य ले, ले सामर्थ्य ले, युवती रोते-रोते गिर पड़ती है. पास्टर कहता है, ‘आज से तू प्रचार करने वाली बन गयी है. यीशु के नाम पर इसे पहना दो.’ पास्टर युवती को क्या पहनाने को कहता है, 48 सेकेंड के इस वीडियो में स्पष्ट नहीं है.
रघुवर दास के पोस्ट को 436 लोगों ने रीट्वीट किये हैं. 800 से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है और ढेर सारे लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी है. खुद को कुरान विशेषज्ञ बताने वाले विशु भारद्वाज ने इन शब्दों में अपनी प्रतिक्रिया दी है, ‘आपने रोकने की गलती की है. डिफेंसिव होकर धर्मांतरण जैसे शुद्ध व्यवसाय को नहीं रोका जा सकता.’
विशु भारद्वाज ने आगे लिखा, ‘प्रण लीजिए, यदि भविष्य में कभी आपकी सरकार बनी, तो आप इन मिशनरियों व पादरियों की घर वापसी करायेंगे. वेटिकन का पादरी भी यदि हिंदू बने, तो वो भी घर वापसी ही है. अब्राहम के पिता भी मूर्तिपूजक थे.’
वहीं, माटी पुत्र नाम से ट्विटर हैंडल चलाने वाले ने रघुवर दास और भाजपा को आड़े हाथ लिया है. उसने संजय सेठ, भाजपा को टैग करते हुए लिखा, ‘आपलोग के कार्यकाल में झारखंडी बेटियों को बेचा जा रहा था. गुजरात और मोदी की खातिरदारी में इतने मशगूल हैं कि झारखंडियों की परवाह नहीं आपको. उसने झामुमो झारखंड को भी टैग किया है.
https://twitter.com/dasraghubar/status/1302481432254713857
मोहन किशोर वत्स ने माटी पुत्र को जवाब देते हुए लिखा, ‘इसलिए आज तुम झारखंड की बेटी को क्रिश्चियन के हाथों बेच रहे हो.’ सोशल मीडिया साइट पर अजय ने किसी मंदिर में बैठे रघुवर दास की एक तस्वीर पोस्ट की है और लिखा है, ‘क्या हालत बना लिये हैं?’ शैलेश चौधरी ने रघुवर को निशाने पर लिया. कहा, ‘आपने धर्मांतरण पर रोक लगायी होती, तो आपको सत्ता वापस मिल जाती.’
शैलेश चौधरी ने आगे लिखा, ‘जितना धर्मांतरण बढ़ेगा, उतना ही भाजपा के लिए सरकार बनाना मुश्किल होगा. इसलिए बेहतर होगा कि केंद्र सरकार ईसाई धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून बनाये.’ नरेंद्र सिंह का कमेंट चुनाव परिणाम से जुड़ा है. उन्होंने लिखा, ‘महोदय, अगर आपने अपने शासन काल में कड़ाई से इस पर कार्रवाई की होती, तो स्थित आज यह न होती. सत्य स्वीकार करें और अब जागें. इससे लड़ें वर्ना हिंदुओं का कोई भविष्य नहीं राज्य में. आपने कुछ किया होता, तो अपनी सीट तो बचा ही लेते.
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मिथुन कुमार दास ने रघुवर दास से पूछा है कि रोजगार केबारे में उनकी यानी भाजपा की सरकार कब बात करेगी. यह भी पूछा है कि सिर्फ हिंदू-मुस्लिम और धर्म के अलावा कोई मुद्दा है कि नहीं उनके पास. वहीं, अनिल मालकोटी रघुवर दास को मजबूर और बेबस करार दे रहे हैं.
अनिल ने लिखा कि अगर मुख्यमंत्री रहते आप कुछ नहीं कर पाये, तो एक आम आदमी क्या कर सकता है. आपका ट्वीट प्रदर्शित करता है कि आप बेबस थे और हैं. क्या आप योगी आदित्यनाथ से कुछ नहीं सीख सकते. मैं अमित शाह से निवेदन करता हूं कि इस पर संज्ञान लिया जाये और तुरंत कार्यवाही हो. मनोज कुमार ने एक लाइन में कहा कि गलत तरीके से होने वाले आदिवासियों के धर्मांतरण को रोका जाये. झुमरीतिलैया के अनमोल सिंह कहते हैं कि झारखंड में हिंदू खतरे में है.
Posted By : Mithilesh Jha