रांची. हुलहुंडू पल्ली स्थित एससीजेएम धर्मसमाज की आठ धर्मबहनों ने शुक्रवार को व्रत धारण किया. इनमें तीन धर्मबहनों सिस्टर एनी कंडुलना, सिस्टर रोजलिन कुल्लू और सिस्टर सुचिता एक्का ने पहली मन्नत और पांच धर्मबहनों सिस्टर माधुरी केरकेट्टा, सिस्टर नीलिमा लोम्हा, सिस्टर जसमंती हेमरोम, सिस्टर अंजना सोय और सिस्टर असुंता लुगुन ने आर्चबिशप विंसेंट आईंद के सम्मुख अपना अंतिम व्रतधारण स्वीकार किया. इस अवसर पर आर्चबिशप विसेंट आईंद ने कहा कि समर्पित जीवन में दाखलता के समान ईश्वर से जुड़े रहें. उन्होंने कहा कि प्रभु से जुड़े रह कर हम फल उत्पन्न कर सकते हैं. प्रभु से अलगाव होने का मतलब उदासीन जीवन व्यतीत करना है. आर्चबिशप ने प्रथम व्रतधारण स्वीकार करनेवालीं धर्म बहनों को शुभकामनाएं दी और कहा कि अपना जीवन प्रभु और उसकी प्रजा के लिए समर्पित करें. समारोह में फादर संजय तिर्की, हुलहुंडू पल्ली के पल्ली पुरोहित, फादर निखिल मिंज, फादर नरेश, फादर फिलोमोन लकड़ा एवं अन्य पुरोहित, कई धर्मबहनें और हजारों विश्वासी शामिल हुए.
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