गर्मी के कारण रिम्स व सदर अस्पताल में बढ़े डिहाइड्रेशन के मरीज
डॉक्टराें की सलाह : दोपहर में अनावश्यक घर से बाहर न निकलें. गुरुवार को रांची का तापमान 42 डिग्री सेल्सियस था.
रांची. रजधानी रांची में इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं. गुरुवार को रांची का तापमान 42 डिग्री सेल्सियस था. गर्मी की वजह से रिम्स, सदर अस्पताल सहित निजी अस्पतालों में रोजाना डिहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) की समस्या लेकर लोग आ रहे हैं. डिहाइड्रेशन गर्मी की वजह से उल्टी-दस्त होने के कारण हो रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि दोपहर में अनावश्यक घर से बाहर न निकलें.
रिम्स में 10 और सदर अस्पताल में आठ बेड आरक्षित
रिम्स और सदर अस्पताल में हीट वेव को लेकर अलग से बेड आरक्षित किया गया है. रिम्स में 10 और सदर अस्पताल में आठ बेड आरक्षित है. वहीं, सभी पीएचसी और सीएचसी में भी अलग से दो से तीन बेड रखने को कहा गया है. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ बिमलेश कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल में जीवन रक्षक दवाओं का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में है.
चढ़ता जा रहा है तापमान, बढ़ती जा रही है परेशानी
भीषण गर्मी से लोगों की परेशानी बढ़ जा रही है. सुबह नौ बजे के बाद हवाओं में गर्माहट बढ़ जा रही है. दोपहर 12 बजते ही तापमान 38 से 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जा रहा है. गुरुवार की दोपहर में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक चला गया था. देर शाम तक हवाओं में गर्माहट थी.लू लगने के लक्षण :
शरीर ज्यादा गर्म होना व तेज बुखार, शरीर में जगह-जगह दाने, मांसपेशियों में ऐंठन, सिरदर्द व चक्कर, उल्टी या मितली.पिछले तीन दिनों में रिम्स पहुंचे डिहाड्रेशन के मरीज :
28 मई को 08 से 12, 29 मई को 15 से 20 और30 मई को 22 से 25 डिहाड्रेशन के मरीज इलाज कराने रिम्स पहुंचे.
बोले सिविल सर्जन
सदर अस्पताल और पीएचसी व सीएचसी में हीट वेव के लिए अलग से बेड आरक्षित हैं. दवाओं का प्रर्याप्त स्टॉक है. जिला से ग्रामीण इलाके के अस्पतालों में ओआरएस और अन्य जीवन रक्षक दवाएं भेजी जा रही हैं.
डॉ प्रभात कुमार, सिविल सर्जनB
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