रांची (विशेष संवाददाता). राज्यपाल सह कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार से झारखंड यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (जुटान) ने राज्य में शिक्षकों की नियुक्ति व प्रोन्नति प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए विवि सेवा आयोग का गठन करने तथा 2025 के अवकाश तालिका में संशोधन करते हुए ग्रीष्मावकाश एक जून की जगह 15 मई से करने का आग्रह किया.
जुटान के अध्यक्ष डॉ जगदीश लोहरा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को चार सूत्री ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि सात दिन के शीतकालीन अवकाश को तत्काल प्रभाव से इसी वर्ष लागू करने, वर्ष में एक अवकाश चार सप्ताह का जरूर देने ताकि शिक्षक अपने शोध कार्य और लेखन को पूरा कर सकें. साथ ही गर्मी की छुट्टी को परीक्षा संबंधी कार्यों से मुक्त रखने की मांग की. वार्ता के क्रम में राजभवन के एक उच्च अधिकारी ने कहा कि शिक्षक दिन में तीन ही घंटी क्लास लेते हैं व काम करते हैं.अवकाश को छुट्टी न समझा जाये
इस पर प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि शिक्षकों की घंटी की तुलना घंटे से नहीं की जा सकती है. शिक्षकों ने राज्यपाल से आग्रह किया कि अवकाश को छुट्टी न समझा जाये. क्योंकि अवकाश हमें अपने आपको विषय में अद्यतन रखने एवं अपनी रचनात्मकता और सृजनात्मकता बढ़ाने के लिए दी जाती है. राज्यपाल के साथ शिक्षकों ने लगभग 20 मिनट तक अपनी बात रखी. शिक्षकों की बातें सुनने के बाद राज्यपाल ने कहा कि वे राज्य में उच्च शिक्षा के विकास के लिए 24 घंटे तत्पर हैं और वे शिक्षकों से इस विषय पर ब्लू प्रिंट की उम्मीद रखते हैं. प्रतिनिधिमंडल में संयोजक डॉ कंजीव लोचन, प्रो रोज उरांव, डॉ विनय भरत, रूटा के अध्यक्ष डॉ उमेश कुमार शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है