सरना धर्म कोड लागू करने की मांग, सालखन मुर्मू ने कहा- जनभावना के साथ हो रही धोखेबाजी
सरना धर्म कोड लागू करने समेत 10 सूत्री मांग को लेकर बुधवार को प्रदेश जदयू व आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से बिरसा चौक पर धरना दिया गया. धरना का नेतृत्व प्रदेश जदयू अध्यक्ष सह आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने किया. उन्होंने कहा कि राज्य में झारखंडी जनभावना के साथ धोखेबाजी हो रही है.
रांची : सरना धर्म कोड लागू करने समेत 10 सूत्री मांग को लेकर बुधवार को प्रदेश जदयू व आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से बिरसा चौक पर धरना दिया गया. धरना का नेतृत्व प्रदेश जदयू अध्यक्ष सह आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने किया. उन्होंने कहा कि राज्य में झारखंडी जनभावना के साथ धोखेबाजी हो रही है. राज्य में संताली मुख्यमंत्री, राज्यपाल व भाजपा विधायक दल के नेता होने के बावजूद भी संताली भाषा को हिंदी के साथ प्रथम राजभाषा का दर्जा नहीं दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 345 के तहत राज्य सरकार इस मामले में निर्णय लेने को स्वतंत्र है. इसको लेकर गृह मंत्रालय ने भी पत्र लिख कर उन्हें जानकारी दी है पत्र की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री को सौंपी गयी है. इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. श्री मुर्मू ने कहा कि मॉनसून सत्र में सरकार सरना धर्म कोड व झारखंडी डोमिसाइल को लागू करने का प्रस्ताव पारित करे. साथ ही संताली को हिंदी के साथ प्रथम राजभाषा का दर्जा दिया जाये. ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण व राज्य में पूर्ण शराबबंदी का भी प्रस्ताव पारित किया जाये.
इसके अलावा वीर शहीद सिदो मुर्मू के छठी वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या की सीबीआई जांच करायी जाये. सिदो मुर्मू और भगवान बिरसा मुंडा के वंशजों की सुरक्षा न्याय और समृद्धि के लिए दो ट्रस्टों का गठन और प्रत्येक ट्रस्ट को 100-100 करोड़ रुपये का जमा पूंजी प्रदान की जाये. पर्यावरण की रक्षा व प्रदूषण पर रोक लगाया जाये. श्री मुर्मू ने कहा कि पार्टी इन मांगों को लेकर 25 सितंबर को प्रदेश के सभी जिलों मुख्यालयों में धरना देगी.
वहीं आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से झारखंड के अलावा बिहार, बंगाल, उड़ीसा और असम में भी धरना दिया जायेगा. धरना देनेवालों में प्रदेश जदयू के संजय सहाय, श्रवण कुमार, सुशील सिंह, आशा शर्मा, विदेशी महतो, अभय कुशवाहा, अखिलेश राय, सुबोधकांत पंकज हेंब्रम, विभो मुर्मू, कमिश्नर मुर्मू, सुनील मुर्मू शिवराय मुर्मू आदि मौजूद थे.