Ranchi news : एक महीने में राजधानी के 451 घरों के पानी में मिले डेंगू व चिकनगुनिया के लार्वा

पिछले एक माह में शहर के 5560 घरों की जांच की गयी. टीम मोहल्लों में पंपलेट का वितरण कर लोगों को जागरूक कर रही है. लोगों से घर के अंदर या बाहर जल जमाव नहीं होने देने की अपील की जा रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 22, 2024 12:27 AM

उत्तम महतो, रांची.

बरसात के दिनों में मच्छर जनित बीमारियां बढ़ जती हैं. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग व रांची नगर निगम की ओर से पूरे शहर में डोर टू डोर अभियान चलाकर मच्छरों के लार्वा की जांच की जा रही है. पिछले एक माह से यह अभियान चलाया जा रहा है. अब तक 5560 घरों की जांच की गयी. इनमें से 451 घरों में जमा पानी में डेंगू-चिकनगुनिया के मच्छरों का लार्वा पाया गया है.

हिंदपीढ़ी व कांटाटोली इलाके में ज्यादा मिल रहे लार्वा

स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की टीम शहर के सभी 53 वार्डों में लार्वा की जांच कर रही है. डेंगू के सबसे ज्यादा लार्वा हिंदपीढ़ी क्षेत्र, निजाम नगर, पुरानी रांची, चुटिया, सामलौंग, कांटाटोली के इलाके में मिल रहे हैं. इसे देखते हुए टीम उक्त मोहल्लों में पंपलेट का वितरण कर लोगों को जागरूक कर रही है. लोगों से घर के अंदर या बाहर जल जमाव नहीं होने देने की अपील की जा रही है.

डेंगू व चिकनगुनिया के लक्षण

अचानक तेज बुखार आना, पहचान खोना, तेज सिरदर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द, छाती व हाथों पर खसरा जैसे चकता या दाने निकल आना, मसूड़ों में खून आना आदि लक्षण हैं.

ऐसे कर सकते हैं बचाव

मच्छरों से बचने के लिए घर के आसपास सफाई रखें. सभी पुराने टायर, बर्तन तथा व्यवहार में नहीं आने वाले वस्तुओं को हटा दें. ताकि, इनमें पानी न जमा हो. पानी के बर्तनों को ढंक कर रखें. क्योंकि, एडिस मच्छर स्वच्छ जल में ही पनपते हैं. सप्ताह में कम से कम एक बार पानी की टंकी, गमलों, कूलर, फ्रीज ट्रे, फूलदान आदि की सफाई करें. एडिस मच्छर आम तौर पर शरीर के निचले हिस्से में ही काटते हैं. इससे बचने के पैरों को ढंक कर रखें. एडिस मच्छर अंधेरे में रहना पसंद करते हैं. इसलिए पलंग, चारपाई, दीवान एवं अन्य फर्नीचर के नीचे तथा पर्दों के पीछे भी सफाई करें. हमेशा मच्छरदानी लगा कर सोयें.

एक्सपर्ट की राय

आजकल बुखार को लोग गंभीरता से नहीं लेते हैं. मेडिकल दुकान से बुखार की गोली लेकर खा लेते हैं. जब तीन-चार दिनों में बुखार नहीं ठीक होता है, तो लोग डॉक्टर के पास जाते हैं. ऐसा नहीं करना चाहिए. बरसात में मच्छर जनित कई बीमारियां होती हैं. इसी में एक डेंगू भी है. समय पर अगर इसका इलाज नहीं किया जाये, तो यह खतरनाक रूप ले लेता है. इसलिए बुखार होने पर तुंरत डॉक्टर से संपर्क कर ब्लड जांच करायें. इससे बीमारी को तुरंत ठीक किया जा सकता है. डेंगू से बचने का सबसे बेहतर उपाय है घर के अंदर व बाहर पानी जमा होने न दें. साथ ही रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें.

डॉ अजय कुमार झा, स्वास्थ्य पदाधिकारी, सदर अस्पतालB

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