झारखंड में डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप, दो महीने में 10 गुना बढ़े मरीज
झारखंड में डेंगू के 56 और चिकनगुनिया 61 के मरीज ही चिह्नित किये गये थे. इधर, जुलाई आते-आते इन बीमारियों का प्रकोप अचानक बढ़ गया.
झारखंड में मच्छर जनित बीमारियों ‘डेंगू’ और ‘चिकनगुनिया’ का प्रकोप अचानक बढ़ गया है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें, तो 60 दिनों में डेंगू के मरीजों की संख्या 10 गुना बढ़ गयी है. वहीं, पूर्वी िसंहभूम में अब तक डेंगू से चार लोगों की मौत हो चुकी है. ये गंभीर बीमारी से भी पीड़ित थे. फिलहाल, राज्य में डेंगू के 647 मरीज चिह्नित किये गये हैं. इनमें सबसे ज्यादा 441 मरीज पूर्वी सिंहभूम में हैं, जबकि राजधानी रांची में अब तक 56 मरीज चिह्नित िकये जा चुके हैं. इधर, राज्य में अब तक चिकनगुनिया के 223 मरीज चिह्नित किये गये हैं. इनमें सबसे ज्यादा 72 मरीज रांची के हैं. जबकि, पूर्वी सिंहभूम में चिकनगुनिया से पीड़ित मरीजों की संख्या 63 बतायी गयी है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें, तो जून में मच्छर जनित बीमारी डेंगू और चिकनगुनिया की स्थिति नियंत्रण में थी. उस दौरान राज्य में डेंगू के 56 और चिकनगुनिया 61 के मरीज ही चिह्नित किये गये थे. इधर, जुलाई आते-आते इन बीमारियों का प्रकोप अचानक बढ़ गया. स्वास्थ्य विभाग के पास मच्छर जनित बीमारियों के मरीजों का जो आंकड़ा मौजूद, वह मैक एलाइजा मशीन से हुई जांच के बाद की गयी आधिकारिक पुष्टि है.
जबकि, एंटीजन टेस्ट में डेंगू पॉजिटिव मरीजों की संख्या सरकारी आंकड़ों से 15 फीसदी ज्यादा है. ये मरीज या तो निजी अस्पताल या फिर अपने घर में इलाज करा रहे हैं. इन्होंने मैक एलाइजा से जांच नहीं करायी है, इसलिए इनकी रिपोर्ट को सरकारी आंकड़ों में दर्ज नहीं किया गया है.
राज्य में इंसेफलाइटिस के भी 30 मरीज चिह्नित किये गये हैं. इनमें सबसे ज्यादा 12 मरीज रांची में हैं. वहीं, गुमला में तीन, खूंटी में दो, लातेहार में दो, बोकारो में दो, देवघर में दो इंसेफलाइटिस के मरीज मिले हैं. इसके अलावा धनबाद, गढ़वा, हजारीबाग, जामताड़ा, लोहरदगा, पाकुड़ और रामगढ़ में एक-एक मरीज चिह्नित किये गये हैं.
30 मरीज इंसेफलाइटिस के मिले राज्य में
साफ पानी में पनपता है डेंगू का लार्वा डेंगू एडीज मच्छर के काटने से होता है. इसका लार्वा जमे हुए साफ पानी में पैदा होते हैं. इसमें व्यक्ति को तेज बुखार, सिरदर्द और आंखों के पीछे दर्द होता है. शरीर पर लाल चकत्ते भी पड़ जाते हैं. इसके अलावा जोड़ और मांसपेशियों में दर्द और थकान भी हो सकती है.
ऐसे करें बचाव
कूलर, टायर, टंकी या घर के पॉट में पानी जमा न होने दें
घर के बागान में मच्छर मारनेवाले स्प्रे का उपयोग करें
पूरे बदन को ढंकनेवाला
कपड़ा पहनें,बच्चों को शाम में पूरा कपड़ा पहनायें
घरों में खिड़कियों और
दरवाजों को जाली से ढ़कें
राज्य में डेंगू के 584 डेंगू और 223 चिकनगुनिया के मरीज चिह्नित किये गये हैं. डेंगू के सबसे अधिक 378 मरीज पूर्वी सिंहभूम में और 56 रांची में चिह्नित किये गये हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार छिड़काव किया जा रहा है. साथ ही घरों में जाकर लार्वा को नष्ट किया जा रहा है. मैक एलाइजा टेस्ट से की गयी जांच रिपोर्ट ही आधिकारिक मानी जा रही है.
– डॉ बीके सिंह,
एसपीओ, वैक्टर बाॅर्न डिजीज
रांची के कई मुहल्लों में मिल रहे हैं मरीज
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, रांची में डेंगू के 56 और चिकनगुनिया के 72 मरीज चिह्नित किये गये हैं. यह आंकड़ा भी मैक एलाइजा टेस्ट का ही है. इनमें 75 से 80 मरीज ऐसे हैं, जिनकी एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. सूत्रों ने बताया कि रातू रोड, बरियातू, इंद्रपुरी, कुम्हार टोली, मधुकम, हरमू, चुटिया, वद्धर्मान कंपाउंड में डेंगू के ऐसे कई मरीज हैं, जो घर में ही इलाज करा रहे हैं. रांची में जनवरी से अगस्त तक 786 लोगों में डेंगू और चिकिनगुनिया की जांच की गयी है. रिम्स में भी 17 डेंगू पीड़ित का इलाज चल रहा है. दो ऐसे मरीज हैं, जिनको डेंगू व चिकनगुनिया दोनों है. रिम्स में 77 डेंगू पीड़ितों का इलाज किया गया है. इन दिनों मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.