राजधानी में डेंगू के मरीजों की तादाद बढ़ने लगी है. सबसे भयावह स्थिति हिंदपीढ़ी इलाके की है. हिंदपीढ़ी से आनेवाले डेंगू पीड़ित मरीजों से अंजुमन अस्पताल भरा हुआ है. हालत यह है कि यहां मरीजों को बेड नहीं मिल रहा है. ऐसे में उन्हें सदर अस्पताल रेफर किया जा रहा है. अंजुमन अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, 100 लोगों की जांच में 55 से 60 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. इलाके के अधिकांश घरों में डेंगू के एक या दो मरीज हैं. कई का इलाज घर पर चल रहा है. वहीं, समृद्ध लोग निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं. हालांकि, सरकारी आंकड़ों में डेंगू पीड़ितों की संख्या कम बतायी जा रही है. इधर, राज्य में बुधवार को डेंगू के 23 नये मरीज मिले हैं. इनमें पूर्वी सिंहभूम में 14, दुमका में पांच, धनबाद में तीन और पाकुड़ में एक मरीज की पुष्टि हुई है. वहीं, रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में 17 व सदर अस्पताल में 27 डेंगू पीड़ितों का इलाज चल रहा है.
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स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों में राज्य में डेंगू के मात्र 36 एक्टिस केस बताये जा रहे हैं. इनमें 20 देवघर में, पांच सरायकेला, चार धनबाद, तीन दुमका, दो रामगढ़ और दो पश्चिमी सिंहभूम में हैं. हालांकि, यह आंकड़ा गलत है. क्योंकि, राजधानी के निजी अस्पतालों में ही डेंगू के 60 से 70 मरीज भर्ती हैं. वहीं, रिम्स में 17 और सदर अस्पताल में 27 पीड़ित हैं.