रांची. राज्य में संपन्न लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाने उतरे कुल 244 प्रत्याशियों में से 176 उम्मीदवारों को एक प्रतिशत से भी कम वोट मिले हैं. केवल 30 प्रत्याशी ही 10 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल कर सके. जबकि, 38 उम्मीदवारों को कुल वोटों में से एक से पांच प्रतिशत के बीच वोट मिला. विभिन्न सीटों पर चुनाव लड़ने वाले कुल 213 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी है. मालूम हो कि लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए सामान्य वर्ग के प्रत्याशियों को जमानत के रूप में 25 हजार रुपये जमा करना पड़ता है. जबकि, आरक्षित वर्ग एसटी, एससी के प्रत्याशियों को 12.5 हजार रुपये जमानत राशि देनी होती है. प्रत्याशी के कुल वोटों का छह प्रतिशत से कम लाने पर जमानत राशि चुनाव आयोग जब्त कर लेती है.
तीन निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी बचायी जमानत
लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलों भाजपा, कांग्रेस, झामुमो, आजसू, माले व राजद के प्रत्याशियों को अपनी जमानत राशि बचाने में सफलता मिली. वहीं, तीन निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी जमानत बचाने में सफल रहे. गिरिडीह से जयराम महतो, हजारीबाग से संजय मेहता और रांची से देवेंद्रनाथ महतो की जमानत बच गयी. तीनों प्रत्याशी झारखंड भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) के कार्यकर्ता हैं. परंतु, मान्यता प्राप्त दल नहीं होने की वजह से वह निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे थे. इनमें से जयराम महतो और संजय मेहता को क्रमश: 27.46 व 12.49 प्रतिशत वोट मिले. वहीं, देवेंद्रनाथ महतो को 9.16 वोटों से ही संतोष करना पड़ा.
विजेता-उप विजेता काे छोड़ किसी प्रत्याशी को एक प्रतिशत वोट भी नहीं मिला
जमशेदपुर सीट पर लोकसभा चुनाव में विजेता व उप विजेता को छोड़ कर चुनाव लड़ रहे सभी 23 उम्मीदवारों को एक प्रतिशत से भी कम वोट मिले हैं. रांची के 27 में से तीन व धनबाद के 25 में चार प्रत्याशियों को ही एक प्रतिशत से अधिक वोट मिले हैं. चतरा लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा आठ प्रत्याशियों को एक प्रतिशत से अधिक वोट मिले हैं. शेष सभी सीटों पर अधिकतम पांच उम्मीदवारों को एक प्रतिशत या उससे अधिक वोट हासिल करने में सफलता मिली है.
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