रांची. युगांतर भारती, नेचर फाउंडेशन एवं दामोदर बचाओ आंदोलन के तत्वावधान में मंगलवार (30 मई) को देवनद दामोदर महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. मुख्य समारोह मां छिन्नमस्तिका मंदिर, रजरप्पा में आयोजित हो रहा है. महोत्सव के मुख्य अतिथि झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन होंगे. रजरप्पा के साथ झारखंड के अन्य 44 स्थानों पर दामोदर महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है.
2004 में शुरू हुआ था आंदोलन
दामोदर बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष और झारखंड विधानसभा के सदस्य सरयू राय ने जारी एक बयान में बताया कि 30 मई की शाम 5 बजे से सवा 7 बजे तक महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इस दौरान राज्यपाल नद पूजन, आरती और संगोष्ठी आदि में हिस्सा लेंगे. दामोदर को बचाने के लिए 2004 में गंगा दशहरा के दिन आंदोलन की शुरुआत हुई थी. यह 19वां साल है. लोगों ने माना है कि दामोदर का पानी साफ हुआ है. लोगों ने यह भी माना है कि लगभग 95 प्रतिशत तक औद्योगिक प्रदूषण से दामोदर मुक्त हो गया है.
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अब दामोदर को शहरी प्रदूषण से करेंगे मुक्त
सरयू राय ने बताया कि वर्ष 2022 में दामोदर समीक्षा यात्रा के दौरान रजरप्पा में यह संकल्प लिया गया कि अब दामोदर को शहरी प्रदूषण से मुक्त करेंगे. इस संबंध में एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) लगाने की भी बात हुई. बीते वर्ष ही भारत सरकार को पत्र लिखा गया. भारत सरकार ने उदारता दिखाई और एसटीपी के लिए राज्य सरकार को पैसे भेज दिए. ये पैसे रामगढ़, धनबाद और फुसरो में एसटीपी लगाने के लिए दिये गए थे. चास में डीएमएफटी फंड से एसटीपी लगाने का जिला प्रशासन ने फैसला किया है. पतरातू थर्मल और चंद्रपुरा थर्मल वाले अपने ही खर्चे से एसटीपी लगवा रहे हैं.
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झारखंड के 44 स्थानों पर होगा आयोजन
श्री राय ने बताया कि रामगढ़ के साथ राज्य के 44 अन्य स्थानों पर भी दामोदर महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इन सभी स्थानों पर नद पूजा, आरती, संगोष्ठी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जागरूकता अभियान आदि आयोजित किये जाएंगे. उन्होंने बताया कि आने वाले साल को आभार प्रदर्शन वर्ष या धन्यवाद वर्ष के रूप में मनाया जाएगा. आंदोलन के इन 19 वर्षों में जिन लोगों ने भी प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से दामोदर नद को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए आंदोलन में हिस्सा लिया, उन सभी से मिलकर उनका आभार जताया जाएगा.