हत्या मामले में भाजपा प्रतिनिधिमंडल को डीजीपी ने दिया आश्वासन, कहा- 24 घंटे में हत्यारों की होगी गिरफ्तारी
बरवाडीह में हुई भाजपा नेता की हत्या की जांच व अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदेश भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को डीजीपी से मुलाकात की
रांची : बरवाडीह में हुई भाजपा नेता की हत्या की जांच व अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदेश भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को डीजीपी से मुलाकात की. भाजपा के प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने बताया कि डीजीपी ने 24 घंटे के अंदर हत्यारों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है. प्रतिनिधिमंडल की ओर से ज्ञापन सौंप कर बताया गया कि जिस स्थान पर भाजपा के लातेहार जिला महामंत्री एवं चतरा सांसद प्रतिनिधि जयवर्धन सिंह की हत्या हुई, उस स्थान से डीएसपी आवास एवं बरवाडीह थाना कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित है. इस स्थान पर हत्या को अंजाम देना अपरािधयों के बढ़े मनोबल को िदखाता है. जयवर्धन सिंह की पहले भी हत्या की कोशिश हो चुकी थी.
विधानसभा चुनाव के समय उन्होंने अपनी लाइसेंसी रायफल बरवाडीह थाने में जमा कर दी थी. चुनाव संपन्न होने पर उसे वापस मांगा गया, लेकिन थाने से उनकी रायफल वापस नहीं की गयी. घटना के तीन दिन पहले भी उन्होंने अपनी हत्या होने की आशंका से बरवाडीह थाने को अवगत कराते हुए सुरक्षा प्रदान करने की मांग की थी. परंतु पुलिस ने उनकी चिंता नहीं की, न तो उनकी रायफल लौटायी न ही उन्हें सुरक्षा प्रदान की. बरवाडीह पुलिस की इस घोर लापरवाही से भाजपा के वरिष्ठ नेता की हत्या हो गयी. साथ ही उनका परिवार अनाथ हो गया. पार्टी ने अपराधियों की गिरफ्तारी व दोषी अफसरों पर दंडनात्मक कार्रवाई की मांग की. प्रतिनिधिमंडल में विधायक नवीन जायसवाल, बिरंची नारायण व प्रवक्ता प्रतुल शहदेव शामिल थे.
भाजपा शासन में अापराधिक घटनाओं में नंबर वन था झारखंड – कांग्रेस : प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव व डाॅ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा है कि किसी एक अापराधिक घटना से राज्य के कानून व्यवस्था का आकलन नहीं किया जा सकता है. नेशनल क्राइम रिसर्च ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के पांच वर्षाें में अपराधों के मामले में झारखंड पहले नंबर पर रहा था.
महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न मामले में राज्य का स्थान दूसरा और जनजातीय समुदाय के खिलाफ अत्याचार मामले में तीसरा स्थान रहा. डकैती, अपहरण और छिनतई मामले में भी झारखंड भाजपा के शासनकाल में अव्वल रहा था. प्रवक्ताओं ने कहा कि अपराध के मामले में भाजपा को विधवा विलाप करने या चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. पार्टी किसी भी व्यक्ति की हत्या की निंदा करती है.
अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है. भाजपा हत्या को राजनीतिक मुद्दा बनाकर जांच प्रभावित करने का प्रयास नहीं करे. डीजीपी एमवी राव के नेतृत्व में पुलिस महकमा ने न केवल कोरोना काल में मानवीय चेहरा प्रस्तुत किया है, बल्कि अपराधियों पर भी नकेल डालने में सफलता पायी है. भाजपा नेता रघुवर शासन पर चिंतन करें. अपने कुकर्मों के कारण जनता द्वारा नकारे गये नेताओं के लिए अभी भी सही रास्ते पर आने का समय है.
दीपक प्रकाश बोले – कानून व्यवस्था को लेकर हेमंत सरकार गंभीर नहीं : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर हेमंत सरकार गंभीर नहीं है. हेमंत सरकार अपराधी सरकार है. छह माह के शासन में अपराध व उग्रवाद की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है.पूरे प्रदेश में भय व दहशत का माहौल व्याप्त है. प्रदेश में सुनियोजित और साजिश के तहत प्रतिदिन हत्याएं हो रही है, जिसमें पुलिस प्रशासन की मिलीभगत अत्यंत चिंताजनक है.श्री प्रकाश ने कहा कि राज्य के लिए यह विडंबना है कि यहां पुलिस महानिदेशक और गृह सचिव जैसे उच्च पद को प्रभारी की जिम्मे छोड़ दिया गया है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा राज्य की गिरती कानून व्यवस्था से चिंतित है. भाजपा सरकार ने प्रदेश को अपराधियों और उग्रवादियों से मुक्त कराया था. राज्य में अमन चैन का वातावरण बना था. उद्योग व्यवसाय के लिए माहौल अनुकूल बना. परंतु हेमंत सरकार की नाकामी ने सबकुछ ध्वस्त कर दिया.उन्होंने कहा कि राज्य सरकार व्यवस्था में सुधार के लिए गंभीर पहल नहीं करती है, तो भाजपा पूरे प्रदेश में आंदोलन को बाध्य होगी.
Post by : Pritish Sahay