रांची : डीजीपी नीरज सिन्हा ने बुधवार को सभी जिलों की विधि व्यवस्था की समीक्षा की. वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उन्होंने जिलों के एसएसपी-एसपी, रेंज डीआइजी व प्रक्षेत्र के आइजी समेत सीआइडी अफसरों से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. सभी एसपी को निर्देश दिया कि हत्या, डकैती, लूट, फिरौती, अपहरण, भयादोहन, संगठित अपराध, कोयला-बालू, मादक पदार्थ व पत्थर के अवैध कारोबार पर लगाम लगायें.
कोयला-बालू, मादक पदार्थ व पत्थर का अवैध काराेबार हुआ, तो इसके लिए एसपी से लेकर थानेदार तक जिम्मेवार होंगे. डीजीपी ने हाल के दिनों में घटित घटनाओं के अनुसंधान में आ रही परेशानियों की जानकारी अफसरों से ली. वहीं पुलिस की ओर से चलायी जा रही कल्याणकारी याेजनाओं को जनता तक पुहंचाने का निर्देश दिया. डीजीपी ने नक्सल के बिंदु पर भी चर्चा की. साइबर क्राइम के मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया.
वहीं जिन अपराधियों की जमानत कोर्ट से हो रही है, इसका कारण क्या है. इसके लिए पुलिस अनुसंधान में कमी तो नहीं है, इस संबंध में भी जानकारी ली. कई जिला पुलिस की ओर से गलत तरीके से मामलों के निष्पादन का भी मामला उठा. डीजीपी ने बेवजह मामलों को लंबित रखने और जांच में लापरवाही पर अनुसंधानकर्ताओं पर कार्रवाई का निर्देश दिया.
मौके पर सीआइडी एडीजी प्रशांत सिंह, एडीजी अभियान संजय आनंद राव लाठकर, अइजी अभियान एवी होमकर, विशेष शाखा के आइजी प्रभात कुमार, रांची प्रक्षेत्र के अाइजी पंकज कंबोज, सीआइडी के डीआइजी सुनील भास्कर, एसपी कार्तिक एस, एसटीएस के एसपी प्रशांत आनंद व एसआइबी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.
Posted By : Sameer Oraon