Dhanbad DJ Murder Case, रांची न्यूज : झारखंड के धनबाद के दिवंगत डीजे उत्तम आनंद (DJ Uttam Anand) के परिजनों ने सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात की और राज्य सरकार की जांच पर भरोसा जताते हुए सीएम से दिवंगत जज की पत्नी को अनुकंपा पर नौकरी देने के लिए पहल करने का आग्रह किया.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Jharkhand CM Hemant Soren) से झारखंड मंत्रालय में दिवंगत न्यायाधीश उत्तम आनंद के परिजनों ने शुक्रवार को मुलाकात की. इस दौरान परिजनों ने मुख्यमंत्री से दिवंगत न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत के मामले को लेकर राज्य सरकार द्वारा उच्च स्तरीय जांच एवं एसआईटी (SIT) गठन किए जाने को लेकर संतोष व्यक्त किया.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने दिवंगत न्यायाधीश के परिजनों से कहा कि मामले की जांच को लेकर राज्य सरकार गंभीर है. त्वरित गति से इस घटना का अनुसंधान (Investigation) पूरा कर परिजनों को न्याय मिले यह राज्य सरकार की प्राथमिकता है. इस दौरान परिजनों ने मुख्यमंत्री से दिवंगत न्यायाधीश उत्तम आनंद की पत्नी को अनुकंपा के आधार पर नौकरी (jobs on compassionate grounds) देने को लेकर पहल करने का आग्रह किया. इस मौके पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे सहित दिवंगत न्यायाधीश उत्तम आनंद के परिजन उपस्थित थे.
Also Read: झारखंड में कब तक होगी बारिश, कैसी है Monsoon की स्थिति, मौसम वैज्ञानिकों का ये है पूर्वानुमान
धनबाद के डीजे उत्तम आनंद की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट (supreme court) ने स्वत: संज्ञान (suo motu) लिया है. झारखंड के मुख्य सचिव व DGP से एक हफ्ते में रिपोर्ट तलब की गयी है. पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी. सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से अधिवक्ता विकास सिंह ने जस्टिस चंद्रचूड़ की अध्यक्षा वाली बेंच के समक्ष ये मामला उठाते हुए स्वत: संज्ञान लेने का आग्रह किया था. इसके साथ ही इस मामले की (CBI) से जांच कराने का आग्रह किया था. अब सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान ले लिया है.
आपको बता दें कि धनबाद के डीजे-आठ उत्तम आनंद की मौत में शामिल तीन संदिग्धों को धनबाद थाना पुलिस ने गिरिडीह पुलिस के सहयोग से मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत डांडीडीह से गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार संदिग्धों में धनबाद के जोड़ापोखर डिगवाडीह का रहनेवाला राहुल वर्मा और लखन वर्मा है. ऑटो चालक की गिरफ्तारी में गिरिडीह पुलिस की टेक्निकल सेल की टीम और धनबाद पुलिस की टेक्निकल टीम की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही. पुलिस की टीम को जब इस मामले की जानकारी मिली, तो पुलिस ने गिरफ्तारी को लेकर धनबाद से लेकर गिरिडीह तक पुलिस की टीम को अलर्ट कर दिया गया था.
Also Read: झारखंड में सांप काटने से हॉकी खिलाड़ी की मौत, सड़क के अभाव में समय पर नहीं हो सका इलाज
झारखंड हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए गंभीर टिप्पणी की थी और कहा था कि राज्य में पिछले एक साल से अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. अपराधियों पर कोई लगाम नहीं है. अपराधियों को कोई डर-भय नहीं है. लॉ एंड ऑर्डर के मामले में नागालैंड से बदतर स्थिति झारखंड की हो गई है. खंडपीठ ने घटना की सीसीटीवी फुटेज देखते हुए कहा कि कोई बच्चा भी देखेगा तो बता सकता है कि पीछे से धक्का लगेगा तो आगे के बल गिरेगा, लेकिन जज आनंद बायीं तरफ कैसे गिरे. जरूर कोई टैंपू में बैठा हुआ था जिसने जज पर हमला किया है.
हर दिन की तरह बुधवार को भी धनबाद के डीजे उत्तम आनंद मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. रणधीर वर्मा चौक के पास पीछे से जा रहे ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी थी. इससे वह सड़क पर गिर पड़े थे. वहां से गुजर रहे लोगों ने आनन-फानन में उन्हें शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SNMMCH) पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसके बाद इस मामले में एसआईटी गठित की गयी.
Posted By : Guru Swarup Mishra