पिछले साल 65 लाख गरीबों को मिलनेवाली सोना सोबरन धोती/ लुंगी-साड़ी योजना का लाभ अब तक लाभुकों को नहीं मिल पाया है. वहीं दूसरी ओर धोती-साड़ी वितरण योजना के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 में 600 करोड़ रुपये के व्यय का प्रावधान किया गया है. सरकार की ओर से इस योजना की शुरुआत 16 अक्तूबर 2021 की गयी थी. इसके तहत राज्य के बीपीएल कार्डधारियों को एक वर्ष में दो बार 10-10 रुपये में धोती/ लुंगी व साड़ी देने का प्रावधान है.
खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से संचालित होनेवाली इस योजना को शुरू हुए तीन साल हो गये. अब तक मात्र वर्ष 2021 में ही बीपीएल कार्डधारियों को ही इसका लाभ मिल पाया है. 2021 की योजना के तहत मार्च 2022 में 55.22 लाख लाभुकों और सितंबर में 54.14 लाख लाभुकों को धोती-साड़ी दी गयी. वर्ष 2022 में इस योजना का लाभ लाभुकों को नहीं मिल पाया है. सरकार की ओर से पिछले वर्ष मिलनेवाली धोती-साड़ी के वितरण को कवायद शुरू की गयी है.
जेएसएफसी के निदेशक दिलीप तिर्की ने बताया कि धोती/ लुंगी व साड़ी की खरीद की प्रक्रिया पूरी करने के बाद संबंधित कंपनी को आवंटन का आदेश दे दिया गया है. जिलों में वस्त्र भेजे जा रहे हैं. जल्द ही योजना के लाभुकों के बीच धोती-साड़ी का वितरण किया जायेगा. विभाग की ओर से प्रयास किया जा रहा है कि इसी वर्ष लाभुकों के बीच दो वर्षों 2022 व 2023 की धोती-साड़ी का वितरण किया जाये.