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झारखंड में शहर के साथ अब गांव में भी फैला डायबिटीज, 3.8 प्रतिशत महिला और 5.9 प्रतिशत पुरुषों को हाई शुगर

अब शहरी क्षेत्रों से निकलकर शुगर की बीमारी ग्रामीण क्षेत्र में भी तेजी से पैर पसार रही है. एनएफएचएस-पांच की रिपोर्ट (15 साल से ऊपर के लोग) में इसका खुलासा किया गया है.

अब शहरी क्षेत्रों से निकलकर शुगर की बीमारी ग्रामीण क्षेत्र में भी तेजी से पैर पसार रही है. एनएफएचएस-पांच की रिपोर्ट (15 साल से ऊपर के लोग) में इसका खुलासा किया गया है. इसके अनुसार, झारखंड में गांव की 3.8 फीसदी महिलाएं और 5.9 फीसदी पुरुष हाई शुगर से पीड़ित हैं. हालांकि शहरी क्षेत्र में 5.6 फीसदी महिला और 7.9 फीसदी पुरुष को हाई शुगर है.

वहीं, देश में 6.3 फीसदी पुरुष और 5.2 फीसदी महिलाओं को हाई शुगर है. झारखंड के पुरुषों में हाई शुगर (हाइ डायबिटीज) की बीमारी ज्यादा है, लेकिन चिंता की बात है कि महिलाएं भी इस बीमारी में पुरुषों के करीब पहुंच गयी हैं. रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के 6.9 फीसदी पुरुष और 5.4 फीसदी महिलाएं हाई शुगर से पीड़ित हैं.

दवा से हाई शुगर को कर रहे कंट्रोल :

इधर,शुगर की दवा खाने के बाद शुगर के मरीजों का शुगर लेवल नियंत्रित किया जा रहा है. एनएफएचएस-पांच के आंकड़ों के अनुसार 10.2 फीसदी महिला, जिनको हाई शुगर है, उनका शुगर का स्तर दवा लेने के बाद नियंत्रित हो जाता है. वहीं 14.1 फीसदी पुरुषों का हाई शुगर स्तर दवा लेने के बाद नियंत्रित हो जाता है. ग्रामीण क्षेत्र की 9.5 फीसदी महिला और 13.4 फीसदी पुरुष का हाई शुगर दवा लेने के बाद नियंत्रित हो जाता है. इधर, देश के 15.6 फीसदी पुरुष और 13.5 फीसदी महिला हाई शुगर की दवा खाकर ठीक है.

इस साल का थीम है एक्सेस टू डायबिटीज केयर :

डायबिटीज के बढ़ते मरीजों को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने आगाह किया है. दुनिया में शुगर के कारण होनेवाली मौतों का आंकड़ों प्रदर्शित करते हुए डब्ल्यूएचओ ने बताया है कि हर साल इस बीमारी से 40 लाख लोगों की मौत होती है. भारत को डायबिटीज की राजधानी कहा जा रहा है, क्योंकि यहां सबसे तेजी से इसके मरीज बढ़ रहे है. हालांकि लोगों को शिक्षित कर ही इस बीमारी से बचाया जा सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2022 का थीम एक्सेस टू डायबिटीज केयर (डायबिटीज की शिक्षा सभी को) को रखा गया है. वहीं, लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 14 नवंबर को विश्व डायबिटीज डे मनाया जाता है.

एनएफएचएस-पांच की रिपोर्ट

राज्य के शहरी क्षेत्र में महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में शुगर

शहरी और ग्रामीण महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में हाई शुगर की बीमारी

वर्ष 2022 का थीम एक्सेस टू डायबिटीज केयर

आंकड़ों में

हाई शुगर से पीड़ित हैं झारखंड के 6.9 % पुरुष व 5.4 % महिलाएं

शहरी क्षेत्र में 5.6 % महिला व 7.9 % पुरुष को हाई शुगर

देश में 6.3 % पुरुष और 5.2 % महिलाओं को हाई शुगर

कम मेहनत से ग्रामीण हो रहे डायबिटीज के मरीज

झारखंड के ग्रामीण क्षेत्र में डायबिटीज के पुरुष और महिला मरीज बढ़ रहे हैं. वहां शहरीकरण हो गया है और लोग मेहनत कम करने लगे हैं. किसान भी उर्वरक रसायन का उपयोग कर खाद्य पदार्थ का उत्पादन करते हैं, जिससे पैंक्रियाज प्रभावित होता है. वह शुगर मरीज हो जाते हैं. दुबले होने के बाद हाई शुगर रहता है. शहरी क्षेत्र में तो मरीज बढ़े हैं. ग्रामीण क्षेत्र के डॉक्टर और लोगों, दोनों को जागरूक होना होगा. डायबिटीज से अन्य गंभीर बीमारी का खतरा हो सकता है.

विनय कुमार ढ़ाढ़निया, डायबिटीज रोग विशेषज्ञ

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