झारखंड के शहरों में कम आय वालों को भी हो रहा डायबिटीज, हाई शुगर से इतने फीसदी लोग हैं पीड़ित
चुटिया के अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तीन महीने में 81 और हरमू के अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में 300 डायबिटीज के नये मरीज मिले हैं. हरमू अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (विद्यानगर इलाका) में इलाज के लिए आनेवाले अधिकांश लोग मध्यम आयवाले होते
झारखंड में डायबिटीज का दायरा शहरी इलाकों में तेजी से बढ़ रहा है. शहर के कम आयवाले (मध्यम श्रेणी) परिवार इसकी चपेट में आ रहे हैं. राजधानी के अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से मिले आंकड़ों से इसकी पुष्टि हुई है. हरमू और चुटिया के अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में पिछले तीन महीने में डायबिटीज के 381 नये मरीज मिले हैं. इसमें महिलाएं भी शामिल हैं.
चुटिया के अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में तीन महीने में 81 और हरमू के अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में 300 डायबिटीज के नये मरीज मिले हैं. हरमू अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (विद्यानगर इलाका) में इलाज के लिए आनेवाले अधिकांश लोग मध्यम आयवाले होते हैं. चक्कर, प्यास लगना और ज्यादा यूरीन की समस्या लेकर आनेवाले मरीजों की जांच करने पर उनमें डायबिटीज की पुष्टि होती है. डायबिटीज 250 से 300 तक पाया जाता है. इसमें ऐसे मरीज ज्यादा होते हैं, जिन्होंने पहले कभी डायबिटीज की जांच ही नहीं करायी थी.
एनएफएचएस-5 की रिपोर्ट : नेशनल फैमली हेल्थ सर्वे (एनएफएचएस)-5 की रिपोर्ट में भी शहरी इलाका के लोगों में ज्यादा डायबिटीज की पुष्टि हुई है. रिपोर्ट में महिलाओं में हाई शुगर (160 से ज्यादा) का आंकड़ा 5.6% है. वहीं, पुरुषों में यह आंकड़ा 7.9% है. इसके अलावा दवा खाने के बावजूद हाई शुगर (140 से ज्यादा) से पीड़ित शहरी महिला मरीजों की संख्या 12.5% है. वहीं, दवा खाने के बावजूद हाई शुगर (140 से ज्यादा) से पीड़ित शहरी पुरुष मरीजों की संख्या 15.8% है.
हेल्थ सेंटर
माह हरमू चुटिया
फरवरी 70 27
मार्च 162 20
अप्रैल 68 34