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दीदी बगिया योजना: झारखंड के किसानों की बढ़ रही आमदनी, नर्सरी तैयार कर ऐसे उद्यमी बन रहे किसान

Jharkhand News: गुमला के रायडीह स्थित सिलम गांव निवासी माइकल कड़ी मेहनत और राज्य सरकार के सहयोग से अपने क्षेत्र के किसानों को जागरूक करने के साथ-साथ अपने परिवार को विकास के नए आयाम तक ले जाने की डगर पर अग्रसर हैं. पौधों की नर्सरी तैयार कर उद्यमी बनने की राह पर आगे बढ़ रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 24, 2022 3:12 PM

Jharkhand News: झारखंड में दीदी बगिया योजना से किसानों की तस्वीर बदल रही है. ये खेती-बारी के साथ-साथ पौधों की नर्सरी तैयार कर उद्यमी बनने की राह पर आगे बढ़ रहे हैं. प्रगतिशील किसान माइकल एक्का खुद खेती करने के साथ-साथ अन्य किसानों को खेती के लिए प्रेरित भी करते हैं. गुमला के रायडीह स्थित सिलम गांव निवासी माइकल कड़ी मेहनत और राज्य सरकार के सहयोग से अपने क्षेत्र के किसानों को जागरूक करने के साथ-साथ अपने परिवार को विकास के नए आयाम तक ले जाने की डगर पर अग्रसर हैं.

ऐसे हो रहा दीदी बगिया योजना का क्रियान्वयन

2021 में झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने मनरेगा योजनाओं में पौधे की मांग एवं गुणवत्तापूर्ण पौधे की राज्य में अपर्याप्तता को देखते हुए मनरेगा के तहत दीदी बगिया योजना को धरातल पर उतारा. इसके माध्यम से सरकार झारखंड के किसानों को एक उद्यमी के रूप में भी तैयार करने की मंशा रखती थी. इस योजना के तहत राज्य के प्रशिक्षित किसानों को पौधा तैयार करने का अवसर मिला और सरकार ने पौधे की खरीदारी मनरेगा योजना के तहत सुनिश्चित की.

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दीदी बगिया योजना से उद्यमी बन रहे किसान

इस योजना से किसान इस कार्यक्रम से जुड़े और उनके आत्मविश्वास को बल मिला. किसान इमारती पौधों शीशम, गम्हार, सागवान एवं आम के फलदार पौधे आम्रपाली, मालदा, मल्लिका एवं अन्य प्रजाति के पौधे तैयार कर झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को उपलब्ध कराने लगे. इस तरह किसान खेती बारी करने के साथ-साथ उद्यमी बनने की राह पर आगे बढ़ रहे हैं.

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माइकल की कड़ी मेहनत का मिला परिणाम

झारखंड के अन्य किसानों के साथ माइकल एक्का को बागवानी एवं पौधा तैयार करने के लिए प्रशिक्षित किया गया, ताकि वह प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने लिए आय का जरिया बना सकें. माइकल एक्का ने वर्ष 2021-22 में दीदी नर्सरी योजना के जरिये अपनी नर्सरी में शीशम, गम्हार, सागवान और आम के 8000 पौधे उगाये. इन पौधों को मनरेगा की आम बागवानी योजना के तहत सरकार द्वारा क्रय कर लिया गया. इससे माइकल को 25 हजार रुपये की आमदनी हुई. दीदी बगिया योजना के माध्यम से माइकल एक्का के लिए अतिरिक्त आजीविका का साधन उपलब्ध हुआ, जिससे उन्हें घर की जरूरतों को पूरा करने में सहयोग मिल रहा है.

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Posted By : Guru Swarup Mishra

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