Digital Arrest: साइबर अपराध के खिलाफ झारखंड, बिहार और बंगाल के 70 जिलों में प्रभात खबर का जन आंदोलन शुरू
Digital Arrest: साइबर अपराध के खिलाफ प्रभात खबर के जन आंदोलन का आगाज बुधवार को रांची स्थित डीपीएस स्कूल सभागार में हुआ. इसका उद्देश्य साइबर अपराध से बचाव के लिए लोगों और बच्चों को जागरूक करना.
Digital Arrest: प्रभात खबर के प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि प्रभात खबर ने साइबर क्राइम के खिलाफ जन आंदोलन शुरू किया है. प्रभात खबर भी जन आंदोलन की ही उपज है. झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के 70 जिलों से इसकी शुरुआत हो रही है. आज टेक्नोलॉजी की ताकत इतनी है कि उसके साथ सामंजस्य बैठाना जरूरी है. आज की पीढ़ी का सामंजस्य तकनीक से है. बिना इसके कार्य संभव नहीं है. श्री चतुर्वेदी ने यूरोप में बीबीसी के सर्वे का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां पर एक दिन में एक व्यक्ति 2117 बार स्क्रीन टच करता है. उन्होंने कहा कि एजुकेशन, पेमेंट गेट-वे आदि का उपयोग लोग कर रहे हैं. आज किसी न किसी बहाने से साइबर फ्रॉड ओटीपी हासिल कर लोगों की गाढ़ी कमाई उड़ा लेते हैं. उन्होंने कहा कि बच्चे टेक्नोलॉजी फ्रेंडली हैं. वे अपने माता-पिता व आसपास के लोगों को जरूरी जानकारी दें.
अगस्त 2019 से मार्च 2024 तक 38.85 लाख से अधिक साइबर अपराध के केस देश में दर्ज हुए : आशुतोष चतुर्वेदी
प्रभात खबर के प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया : एमएचए (आइ4सी) के अनुसार अगस्त 2019 से मार्च 2024 तक 38.85 लाख से अधिक साइबर अपराध के केस देश में दर्ज हुए हैं. 14,600 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई है. वर्ष 2024 में जनवरी से सितंबर तक 11,333 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. देश में डिजिटल अरेस्ट की 63,481 मामले सामने आये हैं. इससे 1616 करोड़ का नुकसान हुआ है. इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर के अनुसार 2025 तक साइबर फ्रॉड से भारतीयों को 1.2 लाख करोड़ रुपये तक का नुकसान हो सकता है. यह नुकसान भारतीय जीडीपी के 0.7 प्रतिशत के बराबर होगी. उन्होंने कहा कि ऐप के डाउनलोड में भी सावधानी बरतनी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डिजिटल अरेस्ट का उल्लेख किया है. ज्यादातर मामलों में देखा जा रहा है कि साइबर अपराधी पढ़े-लिखे लोगों को निशाना बना रहे हैं. ऐसे में अगले एक वर्ष तक प्रभात खबर की कोशिश होगी कि साइबर अपराध के खिलाफ एक वर्ष तक अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जाये.
साइबर अपराध से बचाव के तरीके के बारे में जानना चाहिए : आरके दत्ता
प्रभात खबर के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर आरके दत्ता ने कहा : हमलोग साइबर अपराध के बारे में पढ़ते हैं. देखते हैं. सुनते हैं. पुलिस अपराधियों को पकड़ती है. फिर भी साइबर अपराध होता है. इसलिए हमें साइबर अपराध से बचाव के तरीके के बारे में जानना चाहिए. उन्होंने कहा कि इंटरनेट के अच्छे और खराब दोनों पहलू हैं. विभिन्न तरह के साइबर अपराध भी हैं. जैसे : चाइल्ड पोर्नोग्राफी, हैकिंग, ऑनलाइन जॉब व एडमिशन फ्रॉड आदि. अब रैनसम वायरस भी आ गया है. फेसबुक, इंस्टाग्राम में गलत फोटो डालकर पैसे की डिमांड की जाती है. एआइ जेनरेटेड डिपसिक ऐप ने यूएसए के सेंसेक्स को गिरा दिया. प्रभात खबर हर वर्ष कई इवेंट आयोजित करता है. जैसे : प्रतिभा सम्मान, पौधरोपण आदि. सोशल अवेयरनेस बढ़ाने के प्रति प्रभात खबर संकल्पित है.
साइबर अपराध समाज का दर्द है : आरके झा
डीपीएस स्कूल के प्राचार्य आरके झा ने स्वागत भाषण में कहा कि साइबर अपराध समाज का दर्द है. विज्ञान वरदान भी है और अभिशाप भी. ऐसे में बिना बौद्धिक क्षमता के शस्त्र और शास्त्र का दुरुपयोग हो सकता है. उन्होंने स्कूल के छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि वे अपनी परिधि से बाहर जाकर साइबर अपराध से बचाव के बारे में बतायें. इससे पहले उन्होंने सभी अतिथियों का स्वागत किया.
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डिजिटल अरेस्ट कुछ नहीं होता, जागरूकता से ही बचाव संभव
जमशेदपुर में भी प्रभात खबर ने साइबर अपराध के खिलाफ बुधवार को जनआंदोलन शुरू किया. इस अभियान के तहत हर एक संस्थान-घर- मकान तक पहुंचकर लोगों को जागरूक किया जायेगा. इसकी शुरुआत गम्हरिया स्थित अरका जैन यूनिवर्सिटी में कार्यक्रम से हुई. कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए पूर्वी सिंहभूम के ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग ने कहा कि डिजिटल अरेस्ट नाम की कोई कार्रवाई नहीं होती है. यह महज साइबर ठगों की उपज है. साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूकता ही एकमात्र उपाय है. यदि ठगी के शिकार हो भी जाते हैं, तो तत्काल 1930 नंबर पर शिकायत दर्ज कराएं. उन्होंने कहा कि लोग लालच में आकर साइबर ठगी के शिकार हो जाते हैं. हमें लालच व शॉर्ट कट तरीके से पैसे कमाने की योजना से दूर रहने की जरूरत है. उन्होंने युवाओं समेत सभी वर्ग के लोगों को जागरूक व सतर्क रहने की सलाह दी. कार्यक्रम में स्वागत भाषण प्रभात खबर के संपादक संजय मिश्र और धन्यवाद ज्ञापन यूनिट हेड पिनाकी गुप्ता ने किया.
साइबर स्पेस में सतर्कता ही सुरक्षा की गारंटी : एसएसपी
साइबर अपराध के खिलाफ प्रभात खबर का अभियान धनबाद में भी शुरू हुआ. शुरुआत दिल्ली पब्लिक स्कूल से की गयी. इसमें डीपीएस के आठवीं, नौवीं और 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों को जागरूक किया गया. धनबाद पुलिस ने इसमें सहयोग किया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि धनबाद एसएसपी एचपी जनार्दनन थे, जबकि डीपीएस की प्राचार्या डॉ सरिता सिन्हा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं. एसएसपी श्री जनार्दनन ने विद्यार्थियों को साइबर अपराध के तरीकों और उनसे बचाव के उपायों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि साइबर स्पेस में सतर्कता ही सुरक्षा की गारंटी है. साइबर स्पेस में अधिक समय बिताने से अपराध का खतरा बढ़ता है. लोग लापरवाही में अपनी निजी जानकारी शेयर करते हैं और साइबर अपराध का शिकार हो जाते हैं. सोशल मीडिया पर अपनी जानकारी सोच-समझकर साझा करें. वहीं साइबर थाना प्रभारी अक्षय कुमार ने साइबर अपराध से बचने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की.
साइबर क्राइम को हेवॉक नहीं समझें, अलर्ट रहने की जरूरत : सुकांत त्रिपाठी
साइबर अपराध के खिलाफ प्रभात खबर का जन आंदोलन कार्यक्रम बुधवार को देवघर स्थित सातर के गीता देवी डीएवी स्कूल के सभागार में आयोजित हुआ. इस अवसर पर बतौर साइबर एक्सपर्ट साइबर सेल के सुकांत त्रिपाठी (इंस्पेक्टर), सरोज कुमार झा और अजय कुमार ने डीएवी के 8वीं से 12वीं तक के बच्चों को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स दिये. सुकांत त्रिपाठी ने कहा कि साइबर क्राइम को हेवॉक नहीं समझें, इससे जागरुक और अलर्ट रहने की जरूरत है. उन्होंने बच्चों से कहा कि डिजिटल वर्ल्ड है, जितनी अधिक जानकारी आपके पास होगी, जागरुकता उतना ही अधिक होगा. इंटरनेट का उपयोग अपने को डिजिटल वर्ल्ड से अपडेट रहने के लिए करें. आपके साथ साइबर फ्रॉड हो गया है तो 1930 पर तुरंत शिकायत दर्ज करायें. टू वे कम्यूनिकेशन के दौरान साइबर क्राइम को लेकर बच्चों ने भी अपनी आपबीती शेयर किया और साइबर एक्सपर्ट ने उनके सवालों का जवाब दिया.