रांची. पीएलएफआइ उग्रवादी संगठन के सुप्रीमो दिनेश गोप ने पीएलएफआइ उग्रवादी कपिल पाठक को असम में संगठन विस्तार के लिए 35 लाख रुपये दिये थे. यह खुलासा नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) की जांच में हुआ है. इन पैसों से संगठन के लिए हथियार सहित अन्य सामान खरीदे जाने थे. कपिल पाठक का पूरा नाम पंडित जी उर्फ अर्जुन राणा भी है. वह मूल रूप से असम में गोगाईमुख थाना क्षेत्र के बालगांव का रहने वाला है. उसकी संलिप्तता की बात सामने आने पर एनआइए उसे इस केस में रिमांड पर ले चुकी है. उल्लेखनीय है कि पीएलएफआइ के एक अन्य उग्रवादी ने गिरफ्तारी के बाद संगठन विस्तार को लेकर कपिल पाठक की संलिप्तता की जानकारी दी थी. बिनोद मुंडा ने बताया था कि कपिल पाठक ही उसे हथियार और गोली उपलब्ध कराता था. उल्लेखनीय है कि कपिलदेव पाठक के खिलाफ सिमडेगा के बानो थाना में दो सितंबर 2023 को केस दर्ज हुआ था. इसमें आरोप था कि आरोपी ने रंगदारी लेने के उद्देश्य से पोकलेन मशीन में आग लगायी थी. मशीन से बानो रेलवे स्टेशन से कनरवां रेलवे स्टेशन तक रेलवे लाइन दोहरीकरण का कार्य किया जा रहा था. घटनास्थल से पीएलएफआइ का धमकी भरा पर्चा भी बरामद किया गया था. इस केस में सिमडेगा पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है