साहेब बांध में तेजी से फैल रही गंदगी, संक्रमण का खतरा
सिल्ली की लाइफ लाइन साहेब बांध इन दिनों प्रदूषित होता जा रहा है.
प्रतिनिधि, सिल्ली. भले ही स्वच्छ सिल्ली, साफ सिल्ली का हम नारा लगा लें. लेकिन सिल्ली की लाइफ लाइन साहेब बांध इन दिनों प्रदूषित होता जा रहा है. साहेब बांध अब सिल्ली व आसपास के इलाकों के लिए कचड़ा फेंकने का प्रमुख जगह बन गया है. सिल्ली का डेली मार्केट का कचड़ा, सिल्ली मेन रोड के होटलों के गंदगी, मेन रोड का कूड़ा-करकट, सब्जी बाजार का कचड़ा हो अथवा सिल्ली में मांस-मछली के बाजार का अवशेष सभी प्रकार की गंदगी को निपटाने के लिए लोग साहेब बांध का ही उपयोग करते हैं. एक अनुमान के मुताबिक सभी प्रकार के कचड़ाें को मिलाकर प्रतिदिन 2000 केजी की गंदगी इस तालाब में फेंकी जा रही है. अगर इसी रफ्तार से गंदगी लोग डालते रहे तो तालाब प्रदूषित हो जायेगा. इसके पानी के उपयोग से बीमारी का भी खतरा रहेगा. अभी तालाब के बाजार वाले छोर पर इतनी गंदगी है कि दुर्गंध के कारण कोई भी एक मिनट खड़ा नहीं हो सकता है. इस जगह से लोग गुजरना नहीं चाहते हैं. स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस समस्या के समाधान के लिए पहल किये जाने की अपील की है.
बांध की सफाई पर करोड़ों खर्च :
साहेब बांध तालाब जलकुंभियों से भरा था. 2011 में इसकी सफाई, सुंदरीकरण व गहरीकरण पर करोड़ों खर्च किये गये थे. उसके बाद काफी हद तक स्थिति अच्छी हो गयी थी. लेकिन अब फिर से लोग सफाई के प्रति लापरवाह हो गये हैं. अगर अब भी नहीं चेते तो सिल्लीवासियों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है