रांची. एक्सआइएसएस रांची ने बीते दिनों इनोवेशन, इनक्यूबेशन एंड इंटरप्रेन्योरशिप सेंटर (सिन्नेक्स) के सहयोग से लीडरशिप टॉक का आयोजन किया. राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में ””””प्रारंभिक चरण के स्टार्टअप की चुनौतियों का सामना करना : पारिस्थितिकी तंत्र”””” पर चर्चा हुई. अतिथि वक्ता ओसम डेयरी के सह संस्थापक सह सीइओ अभिनव शाह ने कहा कि स्टार्टअप की शुरुआत एक बच्चे की तरह है. इसे बड़ा करने के लिए संयम, धैर्य और उसके पीछे बेहतर निवेश करने की जरूरत है. सही मार्गदर्शन और परिश्रम के बल पर कोई भी स्टार्टअप बड़े उद्यम के रूप में स्थापित होगा. अभिनव ने उद्यमिता की चुनौतियों को साझा किया. साथ ही उद्यमिता के लिए आत्म जागरूकता और कौशल निर्माण के महत्व पर टिप्स दिये. उन्होंने कहा कि किसी भी स्टार्टअप को शुरू करने के लिए स्वॉट एनालिसिस जरूरी है. इसमें पब्लिक की मांग, अन्य संस्थान की कमजोरी और अवसर का पता चलेगा. इन्हें खुद के स्टार्टअप में इस्तेमाल करने से बेहतर परिणाम मिलेगा.
आर्थिक वृद्धि में स्टार्टअप का अहम योगदान
एक्सआइएसएस के निदेशक डॉ जोसेफ मरियानुस कुजूर एसजे ने भारत में स्टार्टअप के महत्व को रेखांकित किया. कहा कि देश की आर्थिक वृद्धि में स्टार्टअप का अहम योगदान होता है. नये रोजगार तैयार करने के लिए नवाचार आधारित उत्पाद और सेवाओं को सामने लाना होगा. डीन एकेडमिक्स डॉ अमर ए तिग्गा ने स्टार्टअप के जरिये रोजगार सृजन पर जोर दिया. इस अवसर पर डॉ टीना मुरारका और डॉ बिनीत लकड़ा आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है