रांची. मजहब की बुनियाद पर यह देश न चला है और न चलेगा. मुसलमानों को मायूस होने की जरूरत नहीं है. खुद बनने के चक्कर में हम किसी को बनने नहीं देते. ये बातें कौमी इत्तेहाद मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने कहीं. वह रविवार को प्रेस क्लब परिसर में कौमी इत्तेहाद मोर्चा के प्रांतीय प्रतिनिधियों की परिचर्चा में हिस्सा लेने आये थे. उन्होंने कहा कि कौमी इत्तेहाद मोर्चा लोगों के साथ कल भी खड़ा था और आज भी है.
कौमी इत्तेहाद मोर्चा राज्य में हिस्सेदारी यात्रा शुरू करेगा
परिचर्चा में निर्णय लिया गया कि कौमी इत्तेहाद मोर्चा राज्य में हिस्सेदारी यात्रा शुरू करेगा. उन्होंने कहा कि हमें अपने नौजवानों को राजनीतिक बनाना होगा और उन्हें इसकी अहमियत को समझाना होगा. बैठक में बुद्धिजीवी, उलेमा और समाजसेवी सहित अन्य उपस्थित थे. संचालन आमया संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष एस अली ने की. परिचर्चा का आयोजन हाजी अफसर कुरैशी ने किया. इसमें विभिन्न राजनीतिक पार्टियों से जुड़े लोग भी शामिल हुए. परिचर्चा में मौलाना अब्दुल मोबीन रिजवी, मुमताज अहमद खान, नाजिर अंसारी, एखलाक अंसारी, इरफान अहमद, मौलाना अब्दुल्लाह रिजवी सहित अन्य उपस्थित थे.
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