Corona Vaccination Dry Run : कोरोना का टीका लेने से डॉक्टर व नर्स ने किया इनकार, काउंसेलिंग के बाद मानी, रांची सदर अस्पताल में हुआ रिहर्सल
Corona vaccine, Dry run, रांची : सदर अस्पताल में शनिवार को अस्पताल की डॉ वत्सल और एक नर्स ने कोरोना के टीका (Corona vaccine) लेने के बाद होने वाले साइड इफेक्ट की बात कहते हुए टीका लेने से मना कर दिया. मना करने पर डॉ वत्सल और नर्स को काउंसेलिंग (Counseling) रूम में ले जाया गया. काउंसेलिंग रूम में तैनात डॉक्टरों की टीम ने डॉ वत्सल और नर्स को वैक्सीन के लिए समझाया. दोनों को बताया गया कि टीका लेने से कोरोना वायरस के आक्रमण से उनका बचाव होगा और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी.
Corona vaccine, Dry run, रांची : सदर अस्पताल में शनिवार को अस्पताल की डॉ वत्सल और एक नर्स ने कोरोना के टीका (Corona vaccine) लेने के बाद होने वाले साइड इफेक्ट की बात कहते हुए टीका लेने से मना कर दिया. मना करने पर डॉ वत्सल और नर्स को काउंसेलिंग (Counseling) रूम में ले जाया गया. काउंसेलिंग रूम में तैनात डॉक्टरों की टीम ने डॉ वत्सल और नर्स को वैक्सीन के लिए समझाया. दोनों को बताया गया कि टीका लेने से कोरोना वायरस के आक्रमण से उनका बचाव होगा और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी.
टीम की काउंसेलिंग के बाद डॉक्टर और नर्स कोरोना का टीका लेने को तैयार हुई. अस्पताल में कोरोना के टीका को लेकर ड्राई रन (मॉक ड्रिल) का आयोजन किया गया. ड्राई रन के दौरान टीकाकरण की पूरी प्रक्रिया आपनायी गयी, ताकि जब कोरोना का वास्तविक टीका लगाया जायेगा तो उस दौरान लोगों के मन में उत्पन्न होने वाली शंकाओं और इससे सामने आने वाली समस्याओं से निबटा जा सके.
मॉक ड्रिल में 25 स्वास्थ्यकर्मी शामिल थे. अस्पताल में 25 स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ड्राई रन किया गया. सुबह 11 बजे से शुरू हुए ड्राई रन में एक नर्स को टीका लगाने की प्रक्रिया पांच मिनट में पूरी की गयी. एक-एक कर कुल 25 स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ड्राई रन किया गया. पूरी प्रक्रिया करीब ढाई घंटे में संपन्न हुई. सबसे पहले सुबह नौ बजे स्वास्थ्यकर्मियों ने डॉक्टरों की टीम के साथ इस पर चर्चा की और टीकाकरण की पूरी प्रक्रिया को समझा. इसके बाद ड्राई रन शुरू किया गया. टीकाकरण की प्रक्रिया में लगने वाले समय का आकलन कर उसमें कमी लाने पर भी विचार किया गया.
ड्राई रन के लिए सबसे पहले एक महिला स्वास्थ्यकर्मी टीकाकरण केंद्र पहुंची. वहां तैनात गार्ड ने सबसे पहले महिला स्वास्थ्यकर्मी का हाथ साबुन से धुलवाया. शरीर का तापमान लेने के बाद हाथों को सैनिटाइज कराया गया. फिर महिला को मास्क पहनाकर कंप्यूटर सेक्शन में भेजा गया. वहां फोटो आधारित पहचान पत्र (आधार कार्ड) लेकर नाम का मिलान किया गया. डाटा बेस से मिलान होने के बाद महिला को टीकाकरण केंद्र ले जाया गया. वहां टीका लगाने का रिहर्सल कर महिला को वेटिंग हॉल में भेज दिया गया. टीका लगाते समय बताया गया कि आपको कोरोना का वैक्सीन दिया जा रहा है. वहां महिला ने आधे घंटे तक आराम किया. वेटिंग हॉल में तीन बेड लगाये गये थे.
कोरोना के टीका का ड्राई रन उपायुक्त छवि रंजन और सिविल सर्जन डॉ वीबी प्रसाद की मौजूदगी में किया गया. ड्राई रन के लिए बनाये गये चारों कमरों में जाकर उपायुक्त व सिविल सर्जन ने रिहर्सल का जायजा लिया. ड्राई रन के दौरान दोनों स्वास्थ्यकर्मियों के काम का बारिकी से आकलन कर रहे थे.
टीकाकरण सेंटर में स्वास्थ्यकर्मियों को बताया गया कि टीका लेने के बाद बुखार, ठीक महसूस नहीं होना या उल्टी जैसा लग सकता है. यह टीका लगने के बाद की सामान्य प्रक्रिया है. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. अगर ऐसा आगे भी जारी रहता है तो आप नजदीक के डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं. ऐसे लोग सदर अस्पताल के ओपीडी में भी डॉक्टर से परामर्श ले सकेंगे. पहली बार टीका लेेने के 28 दिन बाद दोबारा टीका लेने के लिए आना होगा, यह भी बताया गया.
Posted By : Guru Swarup Mishra