आयुष्मान से जुड़े डॉक्टरों को बायोमीट्रिक उपस्थिति का देना होगा पूरा ब्योरा, जानें क्या है पूरा मामला

आयुष्मान से जुड़े डॉक्टरों को बायो मिट्रिक में उपस्थिति का ब्योरा भी देना होगा. स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार ने इस संबंध में नोटिस जारी किया है. आयुष्मान से जुड़े सरकारी डॉक्टरों के सरकारी और निजी अस्पताल में सेवाओं की जांच करायी गयी थी

By Prabhat Khabar News Desk | September 7, 2022 7:18 AM
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रांची : आयुष्मान से जुड़े डॉक्टरों को स्पष्टीकरण के साथ अपना बायो मिट्रिक उपस्थिति का ब्योरा भी देना होगा. झारखंड स्टेट आरोग्य सोसाइटी (जसास) की ओर से तैयार सूची के आधार पर स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार ने डॉक्टरों से स्पष्टीकरण मांगा है. वहीं प्रतिदिन की बायो मिट्रिक उपस्थिति की सूची संलग्न करने को कहा है.

शोकॉज में कहा गया है कि आयुष्मान से जुड़े सरकारी डॉक्टरों के सरकारी और निजी अस्पताल में सेवाओं की जांच करायी गयी थी, जिसमें निजी अस्पतालाें में डॉक्टराें द्वारा दी गयी सेवाओं की संख्या काफी अधिक मिली थी. इधर, जसास की रिपोर्ट के आधार पर रांची, रामगढ़, बाेकारो, सिमडेगा, गोड्डा, गुमला, हजारीबाग, खूंटी, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा, पाकुड़, धनबाद, दुमका,पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, गिरिडीह आदि जिलों के सदर अस्पताल और पीएचसी-सीएचसी अस्पताल में तैनात आयुष्मान से जुड़े डॉक्टर हैं.

डॉक्टरों की बायो मिट्रिक से हो रही निगरानी :

झारखंड में डॉक्टरों की उपस्थिति पर बायो मिट्रिक से निगरानी की जा रही है. यह देखा जा रहा है कि आयुष्मान से सूचीबद्ध डॉक्टर सरकारी और निजी अस्पताल में कितनी सेवाएं दे रहे है. हालांकि आयुष्मान के तहत सरकारी और निजी अस्पताल में इलाज और ऑपरेशन की संख्या बढ़ी है.

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