रांची: रांची विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार किसी कॉलेज के विद्यार्थी का 60 लाख रुपये के पैकेज पर चयन हुआ है. जर्मनी की कंपनी एलएनटी इंफोटेक ने सूरज को यह अवसर प्रदान किया है. सूरज डोरंडा कॉलेज के एमबीए के छात्र हैं. इन्हें कंपनी की ओर से ब्लू कार्ड भी दिया गया है.
रांची विवि की प्रभारी कुलपति डॉ कामिनी कुमार ने कहा कि ये एक अच्छा संकेत है कि इतने बड़े पैकेज पर सूरज का चयन हुआ है. इससे हमारे बाकी विद्यार्थियों को भी प्रेरणा मिलेगी. कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि ये रांची विवि के साथ-साथ कॉलेज की उपलब्धि है. कॉलेज की ओर से गुरुवार को सूरज को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया.
डोरंडा कॉलेज से एमबीए करने से पहले सूरज ने बीआइटी सिंदरी से (2012-16) बीटेक की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद इंफोसिस में काम किया. उन्होंने जर्मनी जाकर एसेंचर कंपनी में भी काम किया. कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान वे रांची लौट आये. इसके बाद उन्होंने डोरंडा कॉलेज से एमबीए करने की तैयारी की, ताकि करियर को एक अलग मुकाम मिल सके. कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई करने के दौरान ही इन्हें जर्मनी से जॉब के बेहतर पैकेज का ऑफर आया. दो महीने बाद इन्हें एलएनटी ज्वाइन करने जर्मनी जाना है.
नामकुम के रहलेवाले सूरज बताते हैं कि इस सफलता के पीछे मेरे पिता शंभूनाथ मिश्रा (सेना से सेवानिवृत) और माता मुन्नी देवी का आशीर्वाद है. मेरे बड़े भाई ओम मिश्रा रांची विवि के रिसर्च स्कॉलर हैं. उनका गाइडेंस हमेशा मिलता रहा. एमबीए के एचओडी गुरु सुमन चतुर्वेदी ने भी मेरा सहयोग किया.
Posted By: Sameer Oraon