राजधानी में हरमू चौक से रातू रोड चौराहा से आगे तक डबल डेकर (दो तलों वाला) फ्लाइओवर बनेगा. इसके ऊपरी तल की ऊंचाई करीब 60 फीट की होगी. जबकि, दोनों तल तीन-तीन लेनवाले होंगे, यानी यह फ्लाइओवर कुल छह लेन का होगा. पथ निर्माण विभाग द्वारा कंसल्टेंट के रूप में नियुक्त की गयी रांची की कंपनी ‘स्पर्श’ ने इसका डीपीआर तैयार किया है.
करीब चार किमी लंबे इस फ्लाइओवर का प्राक्कलन लगभग 750 करोड़ रुपये का बना है. इस प्रोजेक्ट को दो साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. प्रस्तावित फ्लाइओवर रातू रोड में बननेवाले ‘एलिवेटेड रोड’ के ऊपर से गुजरेगा. पूर्व में हरमू फ्लाइओवर के लिए बनायी जा रही योजना में रातू रोड एलिवेटेड रोड को लेकर संकट हो रहा था, लेकिन इस फ्लाइओवर से समस्या नहीं होगी.
डीपीआर में इसका हल निकाल लिया गया है. बताया गया कि प्रस्तावित डबल डेकर फ्लाइओवर के ऊपरी तल का इस्तेमाल कांके रोड की ओर से हरमू जानेवाले वाहन कर सकेंगे. हॉट लिप्स चौक (एसीबी दफ्तर) के पास से वाहन इस फ्लाइओवर पर चढ़ेंगे और सीधे हरमू चौक के आगे उतरेंगे. वहीं, नीचेवाले फ्लाइओवर पर हरमू की ओर से कांके रोड की ओर जानेवाले वाहन चढ़ेंगे.
प्रस्तावित डबल डेकर फ्लाइओवर के निर्माण में विश्वस्तरीय तकनीकी का इस्तेमाल किया जायेगा. इसमें स्टील का पिलर होगा और ऊपर फ्रेम बनेगा. बाहर से स्टील और अंदर कंक्रीट होगा. इस तकनीकी से बनाने में कम समय लगेगा और हरमू रोड में कहीं भी भू-अर्जन की जरूरत नहीं होगी. निर्माण से कम से कम ट्रैफिक प्रभावित होगी. इस तरह का फ्लाइओवर पटना के अशोक पथ में बन रहा है. बेंगलुरु में भी जल्द बननेवाला है.
फ्लाइओवर की ऊंचाई बहुत अधिक होगी, ऐसे में लोगों के घरों में गाड़ियों की आवाज और लाइट जायेगी. इसे लेकर भी योजना बनी है. साउंड और लाइट बैरियर लगेगा. साउंड बैरियर के लिए फोम की शीट लगेगी, ताकि कम से कम गाड़ियों की आवाज लोगों के घरों में जाये. इस परियोजना के साथ हरमू रोड का भी सौंदर्यीकरण होगा. हरमू पुल को चौड़ा किया जायेगा. सड़क पर ड्रेनेज सिस्टम भी होगा.