झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र से स्थानीय नीति और आरक्षण विधेयक के पारित होने पर सीएम ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है. यह सदन उसका गवाह बना है. 1932 को लेकर कितने लोग शहीद हो गए. इतनी लंबी लड़ाई चली उसको इस राज्य के लोगों ने देखा है. आज (शुक्रवार) 1932 का खतियान इस राज्य को दिया जा रहा है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा वर्तमान सरकार जो कहती है वो करती है. कहा कि हम विपक्ष की तरह जुमले नहीं पढ़ते. हम योजनाओं को धरातल पर उतारने में विश्वास करते हैं. कहा कि पिछले 20 साल से राज्य वासियों को सिर्फ सपने दिखाए गये और काम कुछ नहीं हुए. लेकिन, वर्तमान सरकार झारखंडियों की सरकार है. उनके सुख-दु:ख के साथ-साथ उनके विकास को सोचती है.
झारखंड की हेमंत सरकार ने 11 नवंबर, 2022 को विधानसभा की विशेष सत्र आहूत की थी. इसी के तहत शुक्रवार को सदन शुरू होते ही 1931 के खतियान आधारित स्थानीय नीति और आरक्षण विधेयक पर चर्चा शुरू हुई. सदन में सीएम हेमंत सोरेन ने स्थानीय नीति से राज्य वासियों को होने वाले लाभ के बारे में बताया. वहीं, विपक्ष पर जमकर निशाना भी साधा.
सदन से स्थानीय नीति और आरक्षण विधेयक के पारित होने पर राज्य में जश्न का माहौल है. इस मौके पर राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने भी जश्न मनाया. विधानसभा के बाहर उनके समर्थक ढोल-नगाड़ों के साथ पहुंचे. सदन से बाहर निकलते ही शिक्षा मंत्री ने खुशी में मांदर बजाते दिखे. उन्होंने कहा कि राज्यवासियों का वर्षों का सपना आज साकार हुआ.
गढ़वा के घंटाघर चौक पर लोग जश्न मनाते दिखे. इस मौके पर मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि आज का दिन झारखंड के इतिहास में स्वर्णअक्षरों में लिखा जाएगा. उन्होंने कहा कि लंबे इंतजार के बाद आखिरकार लोगों की मांग हेमंत सरकार ने आज पूरा कर दिया. आज ऐतिहासिक दिन है.