रांची : कांके डैम को संरक्षित करने और बारह गांवों के विस्थापित मछुआरों को रोजगार दिलाने की मांग को लेकर पिछले 21 दिनों से जारी अनिश्चितकालीन धरना सह सत्याग्रह का कल शुक्रवार को समापन हो गया. पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के आश्वासन के बाद वे मान गये.
पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने धरना स्थल पर पहुंच कर लोगों से मुलाकात की और उनकी मांगों को गंभीरता से सुना. समिति के संरक्षक अमृतेश पाठक ने मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर को को जानकारी दी कि पिछले तीन साल से वे कांके डैम के संरक्षण को लेकर संघर्ष कर रहे हैं.
कांके डैम की सीमा तय कर सुरक्षित करना, डैम तक पहुंचने वाले सभी नालों के सीधे प्रवेश पर रोक लगाने, स्थानीय मछुआरों को मछली पालन की स्थायी बंदोबस्ती, पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने एवं स्थानीय लोगों, समाजसेवी और पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करनेवाले लोगों को मिलाकर एक स्थायी समिति बनाकर डैम की देखभाल कराने, साफ सफाई और सुरक्षा की जिम्मेदारी तय करना शामिल है.
मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने इन सभी मांगों को गंभीरता से सुनने के बाद संबंधित विभाग के अलावा नगर विकास विभाग, नगर निगम समेत संवाद कर यथाशीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया. इनके आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया गया.
धरना को सफल बनाने में राष्ट्र निर्माण सेना के उपाध्यक्ष किशोर महापात्रा, प्रशांत पांडे, सियाराम सिंह, रमेश मुंडा, मंटू मुंडा, शिवा मुंडा, संतोष लोहरा, बिरसा मुंडा, आजू मुंडा, करन मुंडा, मनोज उरांव, कृष्णा पाहन, मनोज मुंडा, पिंटू मुंडा, छोटू मुंडा, सूरज उरांव, संजय उरांव, पंचु मुंडा, दीपू मुंडा, रौशन नायक, फेकली देवी, सीमा देवी, सीमा उरांव, पूनम देवी, परी मुंडा, आरती कुमारी, लक्ष्मी मुंडा, अनीता कुमारी समेत अन्य उपस्थित थे.
Posted By : Guru Swarup Mishra