बदलाव की बूंद की ओर अग्रसर झारखंड, 82 फीसदी विद्यालयों के बच्चों को मिल रहा शुद्ध जल
जल ही जीवन है. जल के बिना सुनहरे कल की कल्पना नहीं की जा सकती, जीवन के सभी कार्यों का निष्पादन करने के लिये जल की आवश्यकता होती है. ऐसे में अब झारखंड बदलाव की बूंद की ओर बढ़ रहा है. 82 फीसदी विद्यालयों के बच्चों को शुद्ध जल मिल रहा है.
Drinking Water in Jharkhand: जल ही जीवन का आधार है. इसकी महत्ता और मानव जीवन के लिए इसके महत्व को समझते हुए शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में लोगों के हर घर नल से शुद्ध जल उपलब्ध कराने के लक्ष्य के साथ सरकार कार्य कर रही है. अब तक झारखंड के 82.63 प्रतिशत विद्यालयों के बच्चों को शुद्ध जल मिल रहा है. जबकि 2240089 हाउसहोल्ड तक एफएचटीसी के मध्यम से शुद्ध जल की आपूर्ति सुनिश्चित हुई है.
टैब कनेक्शन से मिल रहा जल
सरकार की फंक्शनल हाउसहोल्ड टैब कनेक्शन योजना के तहत 14 जून 2023 तक कुल 6120293 हाउसहोल्ड को लक्ष्य करते हुए 2240089 हाउसहोल्ड तक एफएचटीसी (FHTC) के मध्यम से शुद्ध जल की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है. वहीं कुल 29595 गांव में एफएचटीसी के मध्यम से जल उपलब्ध कराने के लक्ष्य को साधते हुए 1974 गांव में 100 प्रतिशत, 2447 गांव में 90 से 100 प्रतिशत, 1505 गांव में 80 से 90 प्रतिशत एवं 8490 गांव में शून्य से 50 प्रतिशत योजना का लाभ दिया गया है. इस तरह 37 पंचायत 100 प्रतिशत को योजना का लाभ मिल चुका है. जबकि हर घर जल योजना के तहत कुल 661 गांव को आच्छादित किया जा चुका है और 156 गांव योजना के तहत सर्टिफाइड हो चुके हैं.
विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्र तक पहुंच रहा जल
राज्य भर के सरकारी विद्यालयों में भी टैप से शुद्ध जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है. इसके तहत कुल 41408 विद्यालयों में से 34215 विद्यालयों में टैप के माध्यम से जल पहुंच रहा है, जिसका प्रतिशत 82.63 प्रतिशत है. वहीं, 38432 आंगनबाड़ी केंद्रों में से 25980 आंगनबाड़ी केंद्रों तक पानी की आपूर्ति की जा रही है.
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