भारत की राष्ट्रपति तीन छात्रों को देंगी चांसलर मेडल, 28 फरवरी को आ रही हैं CUJ झारखंड

प्रो दास ने कहा कि समारोह में झारखंड के राज्यपाल सह कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन सहित केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने भी शामिल होने की सहमति प्रदान की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 26, 2024 5:58 AM

केंद्रीय विवि झारखंड का तीसरा दीक्षांत समारोह 28 फरवरी को है. इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन विद्यार्थियों को चांसलर मेडल प्रदान करेंगी. कुल 1539 विद्यार्थियों में से समारोह के लिए रजिस्टर्ड कराये 920 विद्यार्थियों के बीच डिग्री का वितरण किया जायेगा. 67 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिये जायेंगे, जिनमें 32 लड़कियां हैं. वहीं, समारोह में 35 पीएचडी डिग्री होल्डर भी शामिल होंगे. इनमें लगभग 16 लड़कियां हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दिन के 12 बजे चेरी-मनातू स्थित विवि के नये परिसर पहुंचेंगी.

वहां एक घंटा रहने के बाद वे लौट जायेंगी. यह जानकारी रविवार को सीयूजे के कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने पत्रकारों को दी. प्रो दास ने कहा कि समारोह में झारखंड के राज्यपाल सह कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन सहित केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने भी शामिल होने की सहमति प्रदान की है. विवि के चांसलर प्रो जेपी लाल भी विशेष रूप से उपस्थित होंगे. समारोह में शामिल होने के लिए अभिभावकों सहित गांवों के मुखिया को भी आमंत्रित किया गया है. कुलपति प्रो दास ने कहा कि समारोह विवि के नवनिर्मित सभागार में होगा. इसके लिए तैयारी चल रही है.

जो सड़क 12 साल से नहीं बन रही थी, अब बनने लगी: विवि के चेरी-मनातू स्थित कैंपस जाने के लिए रिंग रोड से लगभग तीन किलोमीटर की सड़क पिछले 12 साल से नहीं बन रही थी. इसके लिए विवि ने कई बार राज्य सरकार, जिला प्रशासन से आग्रह किया था. लेकिन, राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए उक्त सड़क का निर्माण तेजी से चल रहा है. वहीं, 15 एकड़ भूमि के अधिग्रहण के लिए मुआवजा आदि देने के कार्य में भी तेजी आ गयी है. कुलपति प्रो दास ने कहा कि विवि में अभी भी आधारभूत समस्याएं हैं. इनमें सड़क सहित पानी, बिजली, जमीन अधिग्रहण आदि शामिल हैं. इसके लिए राज्य सरकार को ही पहल करनी है.

दक्षिण कोरिया के 13 इंजीनियर सीखेंगे हिंदी

रांची. दक्षिण कोरिया में सैमसंग कंपनी में कार्यरत 13 सॉफ्टवेयर इंजीनियर हिंदी सीखने सीयूजे आयेंगे. इसके लिए सीयूजे और हंगुक अध्ययन विवि, दक्षिण कोरिया के बीच एमओयू किया गया. सभी इंजीनियर विवि अंतर्गत फार ईस्ट लैंग्वेज विभाग में हिंदी पढ़ने आयेंगे. विवि ने सीयूजे को इन इंजीनियरों की सूची उपलब्ध करा दी है. विवि के कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने बताया कि सैमसंग के सभी इंजीनियर्स हिंदी भाषा के साथ-साथ भारतीय संस्कृति एवं खास कर झारखंड की संस्कृति से भी रू-ब-रू होंगे.

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