Droupadi Murmu In Jharkhand: शताब्दी समारोह में राष्ट्रपति के स्वागत की तैयारी, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिनों के दौरे पर झारखंड आ गई हैं. राष्ट्रपति इस दौरान राष्ट्रीय कृषि उच्चतर प्रसंस्करण संस्थान के शताब्दी समारोह में शामिल होंगी. उनके दौरे को देखते हुए राजभवन से नामकुम तक के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात किये गए हैं.
Droupadi Murmu In Jharkhand, राजेश वर्मा : आईसीएआर के नामकुम स्थित राष्ट्रीय कृषि उच्चतर प्रसंस्करण संस्थान अपने शताब्दी समारोह में महामहिम राष्ट्रपति के स्वागत के लिए तैयार है. संस्थान के अधिकारी एवं कर्मचारी दिन रात तैयारियों में जुटे हैं ताकि कार्यक्रम ऐतिहासिक हो. कार्यक्रम में कोई कमी ना रहे इसके लिए हर छोटी छोटी चीजों पर ध्यान दिया जा रहा है.
पूरे क्षेत्र को छावनी में किया गया तब्दील
जिला प्रशासन की और से महामहिम की सुरक्षा को लेकर तमाम तैयारी चल रही. कार्यक्रम को लेकर पूरा क्षेत्र छावनी में तब्दील हो गया है. रांची उपायुक्त के साथ-साथ प्रशासन के वरीय अधिकारी लगातार कार्यक्रम स्थल पहुंचकर तैयारियों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. कार्यक्रम स्थल से लेकर राजभवन तक चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. राष्ट्रपति के रुट में पड़ने वाले रास्तों के सभी एंट्री प्वाइंट पर घेराबंदी की गई है एवं पुलिस तैनात हैं.
राज्यपाल, सीएम भी होंगे शामिल
मुख्य कार्यक्रम स्थल के आसपास के सभी इमारतों को पर्दों से ढक दिया गया है. संस्थान में प्रवेश के लिए अलग-अलग दरवाजे बनाए गए हैं. मुख्य गेट से महामहिम राष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं अन्य विशिष्ट अतिथि का प्रवेश होगा. वहीं अन्य अतिथियों एवं किसानों के लिए अलग गेट बनाया गया है. जिला प्रशासन एवं संस्थान द्वारा जारी पास के किसी की एंट्री नहीं होगी. मुख्य मंच के सामने वीवीआईपी, वीआईपी एवं मीडिया कर्मियों की गैलरी बनाई गई है.
10: 40 से 12:15 तीन वर्गों में होगा कार्यक्रम
राष्ट्रपति का संस्थान में कार्यक्रम तीन वर्गों में होगा. सुबह 10:40 बजे संस्थान में आगमन होगा. सबसे पहले एक पेड़ मां के नाम के तहत पौधारोपण, उसके बाद संस्थान के वर्तमान एवं पूर्व वैज्ञानिकों के साथ परिचर्चा के बाद 11:10 बजे राष्ट्रपति मुख्य कार्यक्रम में शामिल होंगी जहां से 12:15 बजे उनका प्रस्थान होगा. प्रस्थान के बाद संस्थान के शताब्दी स्मारक के रूप में माय स्टाम्प ,तीन पुस्तकों, का लोकार्पण एवं चार एमओयू होगा.