रांची : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) का गुरुवार को रांची आगमन होने वाला है, उनके कार्यक्रम स्थल तक जाने के लिए रूट प्लान तैयार कर लिया गया है. इसके मद्देनजर रांची शहर की यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है. राष्ट्रपति आज एयरपोर्ट से एचइसी गेट, हरमू बाइपास व रातू रोड होते हुए राजभवन पहुंचेंगी. वहीं, 20 सितंबर को नामकुम के लाह रिसर्च सेंटर जायेंगी. यहां कार्यक्रम समाप्ति के बाद सदाबहार चौक से कुसई कॉलोनी, पुराना हाइकोर्ट भवन डोरंडा व हिनू होते हुए एयरपोर्ट जायेंगी.
19 सितंबर का रूट प्लान
ट्रैफिक एसपी कैलाश करमाली ने बुधवार को रूट प्लान जारी किया है. 19 सितंबर को राजधानी में शाम 5:00 बजे से रात 8:30 बजे तक छोटे-बड़े सभी मालवाहक वाहन, बस व सवारी वाहनों का प्रवेश बंद रहेगा. इसमें आवश्यक सेवा के वाहनों को छूट रहेगी. 19 सितंबर को रातू के काठीटांड़ की ओर जाने वाले सभी वाहन कांके की ओर से रिंग रोड होते हुए गंतव्य तक जा सकते हैं. 19 सितंबर को एचइसी गेट से लेकर अरगोड़ा चौक, सहजानंद चौक, किशोरगंज चौक, न्यू मार्केट चौक व हॉटलिप्स चौक तक के मार्ग का उपयोग उक्त समय में कम से कम करने की सलाह दी गयी है. आवश्यकतानुसार, अन्य मार्गों को कुछ समय के लिए डायवर्ट और बंद किया जा सकता है.
20 सितंबर का रूट प्लान
- 20 सितंबर को सुबह 9:00 से 12:00 बजे तक अरगोड़ा चौक से कडरू पुल एवं कडरू पुल से मेकन चौक तक सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा.
- रांची शहर में सुबह 8:00 बजे से 12:30 बजे तक छोटे-बड़े सभी मालवाहक वाहनों, बस व सवारी वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा.
- दुर्गा सोरेन चौक से लेकर रामपुर चौक रिंग रोड तक बड़े वाहनों, बस व सवारी वाहनों का प्रवेश और परिचालन वर्जित रहेगा. कार्यक्रम में भाग लेने वाले वाहनों एवं आकस्मिक वाहनों को छोड़ कर.
- सुबह 10:00 बजे से 3:00 बजे तक नामकुम चौक, सदाबहार चौक, घाघरा रोड होते हुए जैप-वन के कमांडेंट आवास चौक तक सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश और परिचालन वर्जित रहेगा.
जमशेदपुर व बुंडू की ओर से आनेवाले सभी प्रकार के वाहन रिंग रोड से दाहिने लेकर टाटीसिलवे होते हुए शहर में प्रवेश करेंगे. - रांची से जमशेदपुर की ओर जाने वाले सभी प्रकार के वाहन दुर्गा सोरेन चौक से दाहिने लेकर टाटीसिलवे होते हुए रिंग रोड के रास्ते गंतव्य तक जायेंगे.
Also Read: पत्थलगड़ी आंदोलन का नेतृत्व करने वाले विजय कुजूर बरी, अधिकारियों को 12 घंटे तक घेर कर रखने का आरोप था