रांची. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) में एक छात्रा के साथ छेड़खानी का मामला गुरुवार को सामने आया है. जूलॉजी विभाग की छात्रा ने पीएचडी स्कॉलर पर आरोप लगाया है कि वह विभाग की कई छात्राओं से छेड़छाड़ करता है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने इस मामले को विवि प्रशासन के सामने रखा है और मांग की है कि जांच कमेटी बनाकर तीन दिनों के अंदर सच्चाई सामने लायी जाये. इसकी निष्पक्ष जांच हो और दोषी को कड़ी सजा दी जाये.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कुलसचिव को सौंपा ज्ञापन
एबीवीपी ने कुलसचिव डॉ नमिता सिंह को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा. एबीवीपी की ओर से यह भी कहा गया है कि अगर आरोपी पर लगाया गया आरोप सही पाया जाता है, तो पुलिस प्रशाासन को सूचित किया जाये. मौके पर एबीवीपी झारखंड प्रदेश सोशल मीडिया संयोजक आनंद कुमार, जिला संयोजक पवन नाग, सतीश केशरी सहित कई छात्र-छात्राएं मौजूद थे. इस संबंध में विवि के डीन स्टूडेंट वेलफेयर(डीएसडब्ल्यू) डॉ सर्वोत्तम कुमार से जब बात की गयी, तो उनका कहना है कि मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है और मैं इस पर कुछ बोल भी नहीं सकता हूं. इस संबंध में आप कुलसचिव से बात कीजिये.
सीयूजे : छात्रा से छेड़खानी के आरोप में एक छात्र निष्कासित
रांची. केंद्रीय विवि, झारखंड (सीयूजे) की एक छात्रा से छेड़खानी और दुष्कर्म का प्रयास करने के आरोप में छात्र शिवम कुमार को विवि से तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया गया है. शिवम कुमार फाॅर ईस्ट लैंग्वेज विभाग (कोरियन) का छात्र है. इस घटना में शामिल तीन और विद्यार्थियों की पहचान की जा रही है. बताया जा रहा है कि तीन में से एक युवक विवि से बाहर का है. विवि प्रशासन द्वारा गठित कमेटी ने अपनी जांच जारी रखी है. मालूम हो कि पांच दिसंबर 2024 को एक छात्रा ने विवि प्रशासन को ई-मेल कर घटना की जानकारी दी थी. पीड़िता ने लिखा था कि विवि कैंपस से ठीक बाहर घर जाने के क्रम में विवि के चार छात्रों ने उसके साथ छेड़खानी की और दुष्कर्म का प्रयास किया. उसके हाथ से मोबाइल फोन भी छीन लिया गया. छेड़खानी का आरोप एक अन्य छात्रा ने भी लगाया. इसके बाद विवि प्रशासन ने कमेटी से इसकी जांच करायी. जांच में छात्र शिवम की पहचान की गयी.
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