राजधानी में ट्रांसफॉर्मरों में लगाये जा रहे डीटी मीटर
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) सभी डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर में डीटी मीटर लगायेगा. इससे उपभोक्ताओं के घरों में बिजली की खपत पर नजर रखी जायेगी.
रांची. झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) सभी डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर में डीटी मीटर लगायेगा. इससे उपभोक्ताओं के घरों में बिजली की खपत पर नजर रखी जायेगी. राजधानी के कोकर डिविजन में इसे लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. जल्द ही इसे बाकी पांच डिविजनों में भी लगाया जायेगा. इसका उपयोग ट्रांसफॉर्मर की पावर सप्लाई को मापने में किया जायेगा, ताकि संबंधित ट्रांसफार्मर से चल रहे कनेक्शनों और उससे सप्लाई किये जा रहे वास्तविक लोड का पता चल सके. झारखंड में जीनस पावर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी मीटरिंग का कार्य कर रही है. एक डीटी मीटर की कीमत करीब 15 हजार है. इस तरह से राजधानी में लगे 7,506 ट्रांसफाॅर्मरों पर डीटी मीटर लगाने में बिजली निगम को करीब 11 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करने पड़ेंगे. जल्द ही डीटी मीटर से जुड़े उपभोक्ताओं का डिटेल सॉफ्टवेयर में फीड करने का काम शुरू कर दिया जायेगा. इसमें एक पावर मैग्नेटिक चिप होता है, जो रीडिंग करता है. मीटर में खास सेंसर लगा होता है, जिसे खास तरीके से प्रोग्राम किया गया है. इसमें लगा सेंसर कंज्यूमर नंबर के आधार पर उपभोक्ताओं के घर व प्रतिष्ठान में हो रही बिजली खपत की जानकारी इकट्ठा कर इसकी जानकारी कमांड सेंटर तक पहुंचायेगा. इसके इंस्टॉलेशन के बाद बिजली चोरी या अनावश्यक कट पर रोक लगेगी. डीटी मीटर से पता चल जायेगा कि इलाके में कितने लोड का कनेक्शन दिया गया है और कितनी बिजली चोरी हो रही है. ओवरलोड ट्रांसफॉर्मरों से जुड़े क्षेत्रों का पता चलते ही अधिकारियों की टीम बिजली चोरों पर कार्रवाई करेगी.
राजधानी में हैं 7506 ट्रांसफॉर्मर
इस समय राजधानी रांची में करीब 7506 ट्रांसफार्मर हैं. इनमें मुख्यत: 25, 63, 100, 200 और 500 केवीए क्षमता के ट्रांसफाॅर्मर शामिल हैं. इन सभी ट्रांसफार्मरों में डीटी मीटर लगाये जायेंगे.