रांची. डकबैक इंडिया के कर्मचारियों से प्रबंधन 16-16 घंटे तक काम ले रहा है. फैक्टरी में प्रवेश करने और निकलने के समयवाले हाजिरी रजिस्टर से इसका खुलासा हुआ है. कर्मचारियों का कहना है कि प्रबंधन कैजुअल कर्मियों से रोज आठ घंटे की जगह 12 घंटे काम कराता है. जबकि, 12 घंटे से अधिक काम कराने पर ही ओवरटाइम दिया जाता है. इस प्रकार, कुल 16-16 घंटे तक काम कराया जा रहा है.31 कर्मचारियों का स्थानांतरण रद्द करने सहित अन्य मांगों को लेकर कर्मचारियों का धरना लगातार जारी है. उनका धरना पूरे दिन-रात चल रहा है. बुधवार को लगातार सातवें दिन भी कर्मचारी धरने पर रहे. कर्मचारियों का कहना है कि जब तक स्थनांतरित कर्मचारियों का स्थानांतरण आदेश रद्द नहीं किया जाता है, तब तक वह लोग धरना पर बैठे रहेंगे. कंपनी की कर्मचारी और झारखंड प्रदेश रबर कारखाना श्रमिक संघ की महामंत्री हेमलता टोप्पो जब बुधवार को अपने समय पर काम करने फैक्टरी पहुंचीं, तो उन्हें गेट पर रोक दिया गया. हेमलता टोप्पो ने कहा कि प्रबंधन के इस रवैये से हतोत्साहित नहीं हूं. अपनी मांगों को लेकर हम लोग धरने पर हैं.
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