शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की मृत्यु से खाली हुई डुमरी विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा निकट भविष्य में कभी भी की जा सकती है. संविधान में किये गये प्रावधान के मुताबिक विधानसभा, लोकसभा या राज्यसभा की सीटें छह महीनों से अधिक समय तक रिक्त नहीं रखी जा सकती है. डुमरी समेत देश के विभिन्न राज्यों की छह विधानसभा और चार लोकसभा सीटों पर भी उपचुनाव होने हैं. इनमें 15 मार्च से रिक्त पड़ी त्रिपुरा की धनपुर विधानसभा सीट पर 14 सितंबर से पूर्व चुनाव कराना संवैधानिक बाध्यता है.
वहीं, इसी वर्ष छह अप्रैल को शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की मृत्यु के कारण खाली हुई डुमरी विधानसभा सीट पर पांच अक्तूबर के पूर्व उपचुनाव संपन्न कराना भी अनिवार्य है. माना जा रहा है कि चुनाव आयोग रिक्त हुई देश भर की सीटों पर एक साथ उपचुनाव करायेगा. आमतौर पर चुनाव की घोषणा से मतदान के बीच 45 से 30 दिनों का अंतर होता है. ऐसे में आयोग द्वारा अन्य सीटों के साथ डुमरी उपचुनाव की घोषणा भी 14 अगस्त के पूर्व ही संभावित है.
चुनाव आयोग ने डुमरी उपचुनाव कराने के लिए तैयारी पूरी कर ली है. वीवी पैड और वोटिंग यूनिट गिरिडीह और बोकारो जिला मुख्यालय में पहुंचा दी गयी है. 1500 वीवी पैड और एक हजार वोटिंग यूनिट की सहायता से चुनाव कराया जायेगा. राज्य चुनाव पदाधिकारी कार्यालय ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भी वीवी पैड व वोटिंग यूनिट जिला मुख्यालयों में पहुंचा दिया है. वीवी पैड और वोटिंग यूनिट की चेकिंग पूरी कर ली गयी है.
चुनाव में इस्तेमाल होनेवाली स्याही और अन्य आवश्यक चीजों का इंतजाम कर लिया गया है. झारखंड के चुनाव पदाधिकारी गिरिडीह और बोकारो के उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी के साथ तैयारियों की समीक्षा कर चुनाव आयोग को रिपोर्ट सौंप चुके हैं. आयोग ने भी उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा की है.